फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों चार दिन के दौरे पर भारत आये हैं. इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर विभिन्न क्षेत्रों में 14 अहम समझौते किए. यह समझौते रेलवे, शहरी विकास, रक्षा, अंतरिक्ष आदि क्षेत्रों में किए गए.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम सिर्फ दो सशक्त स्वतंत्र देशों और दो विविधतापूर्ण लोकतंत्रों के ही नेता नहीं हैं, हम दो समृद्ध और समर्थ विरासतों के उत्तराधिकारी हैं.'
भारत और फ़्रांस के बीच हुए 14 समझौतों की सूची
• नारकोटिक ड्रग्स, साइकोट्रोपिक पदार्थों और रासायनिक प्रीकर्सर्स और संबंधित अपराधों में अवैध खपत और अवैध आवागमन की रोकथाम.
• भारत-फ्रांस प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी हेतु समझौता.
• भारत और फ्रांस के मध्य अकादमिक योग्यताओं को संयुक्त रूप से मान्यता प्रदान करने हेतु समझौता.
• भारतीय रेलवे एवं एसएनसीएफ मोटीलिटीज़ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
• भारत और फ़्रांस के बीच एक स्थायी रेलवे फोरम के निर्माण के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर
• भारत और फ्रांस के बीच उनके सशस्त्र बलों के बीच पारस्परिक रसद समर्थन के प्रावधान के संबंध में समझौता
• पर्यावरणीय मामलों पर सहयोग हेतु भारत और फ्रांस के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
• सतत शहरी विकास क्षेत्र में सहयोग के लिए भारत और फ्रांस के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
• वर्गीकृत या संरक्षित जानकारी के विनिमय और पारस्परिक संरक्षण के संबंध में भारत और फ्रांस के बीच समझौता
• भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एवं फ़्रांस के अंतरिक्ष संबंधी संगठन के मध्य समुद्री जागरूकता मिशन हेतु समझौता.
• भारत के परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड और फ़्रांस के ईडीएफ के बीच औद्योगिक क्षेत्र हेतु समझौता
• हाइड्रोग्राफी और समुद्री कार्टोग्राफी के लिए भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय समझौता
• एक चुनौती प्रक्रिया के माध्यम से स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिए 100 मिलियन यूरो का भारत और फ्रांस के बीच क्रेडिट सुविधा समझौता
• भारत के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोलर एनर्जी फ्रांस के नेशनल सोलर एनर्जी इंस्टिट्यूट के मध्य समझौता ज्ञापन
भारत-फ्रांस संबंध
भारत और फ्रांस के मध्य रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष और उच्च प्रौद्योगिकी में द्विपक्षीय सहयोग का इतिहास बहुत पुराना है. दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक गठजोड़ है. हाल ही में हुए समझौतों के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई का भी आह्वान किया. हिन्द महासागर क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग हेतु समझौते को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. हिन्द महसागर क्षेत्र में चीन के प्रभाव बढ़ाने की कोशिशों के बीच यह समझौता बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक दूसरे के लॉजिस्टिक के उपयोग में सहयोग देना भी दोनों देशों के संबंधों में अहम भूमिका निभा सकता है.
यह भी पढ़ें: तालिबान ने 7.5 अरब डॉलर के TAPI पाइपलाइन प्रोजेक्ट का समर्थन किया
Comments
All Comments (0)
Join the conversation