भारतीय डाक ने जून 2016 में व्यक्ति और कॉरपोरेट के लिए ‘माय स्टाम्प’ योजना प्रारंभ किया. कोई भी व्यक्ति या कारपोरेट इकाई अब 12 लाख रुपये में डाकटिकट में अपना फोटो या प्रतीक चिन्ह (लोगो) छपवा सकती है.
इसके तहत 60000 डाकटिकटों वाली 5000 शीट छापी जाएंगी. अब तक डाक विभाग ने केवल 300 रपये वाली ‘माय स्टांप' शीट पर डाक टिकट के पास फोटो या डिजाइन छपवाने की अनुमति दे रखी थी.
माय स्टाम्प ने वित्त वर्ष 2016-17 में दो करोड़ रुपये प्राप्त करने में भारतीय डाक की मदद की.
माय स्टाम्प का कुल राजकोषीय आय 2015-16 में 2.83 करोड़ रुपए था.
माय स्टाम्प ग्राहक को अपने जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण अवसरों जैसे बच्चे का जन्म, विवाहोत्सव तथा उनके जीवन का अभिन्न अंग बन चुके ऐसे अन्य आनंददायक अवसरों को यादगार बनाने का अनूठा अवसर प्रदान करता है.
इन डाक – टिकटों को उपहारस्वरुप देने के साथ – साथ डाक – शुल्क के रूप में प्रयोग किया जा सकता है.
माय स्टाम्प योजना का उद्देश्य ग्राहकों को निजी पसंद के अनुसार डाक – टिकट बनवाने का अवसर प्रदान करना है, जिस पर वे अपनी अथवा अपने प्रियजनों की फोटो अथवा हैरीटेज भवन, उनके प्रतीक चिन्ह आदि की फोटो का अंकन करा सकते है.
आवेदन से संबंधित मुख्य तथ्य:
• पहले ग्राहक को माय स्टाम्प टिकट के लिए एक आवेदन फॉर्म भरना होगा.
• माय स्टाम्प योजना में ग्राहकों को निजी पसंद के अनुसार डाक – टिकट बनवाने का अवसर दिया जायेगा, जिस पर वे अपनी अथवा अपने प्रियजनों की फोटो अथवा हैरीटेज भवन, उनके प्रतीक चिन्ह आदि की फोटो का अंकन करा सकते है.
• कारपोरेट इकाई भी डाक टिकट में अपना फोटो या प्रतीक चिन्ह (लोगो) छपवा सकते है.
• कारपोरेट इकाई के लिए न्यूनतम मात्रा 100 शीट की होना अनिवार्य है.
• ग्राहक कार्यालय समय के दौरान 07 कार्य दिवसों के भीतर अपना स्टाम्प शीट ले सकते है.
• ग्राहकों को खाली शीट नहीं दी जाएगी उन्हें केवल मुद्रित शीट ही प्रदान की जाएगी.
• भुगतान किए गए पैसे वापस नहीं होंगे.
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