Agni-5: बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का एक और सफल परीक्षण, जानें कितनीं रेंज के लिये हुआ टेस्ट
India test-fires Agni-5 ballistic missile: भारत ने गुरुवार को लंबी दूरी की सतह से सतह पर मार करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया. इस पावरफुल बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण DRDO द्वारा किया गया है. जानें कितनीं रेंज के लिये हुआ टेस्ट?

India test-fires Agni-5 ballistic missile: भारत ने गुरुवार को लंबी दूरी की सतह से सतह (surface-to-surface) पर मार करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण भारत ने ऐसे समय पर किया गया है जब अरुणाचल प्रदेश में LAC पर हाल ही में चीन की आर्मी के साथ झड़प हुई है.
अग्नि-5 (Agni-5) का सफल परीक्षण ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम आइलैंड से किया गया है. जिसका सफल टेस्ट अग्नि-5 को ऑपरेट करने वाली स्ट्रेटेजिक फोर्सेज कमांड (Strategic Forces Command-SFC) ने किया है.
India successfully carries out night trials of over 5,000 Km range Agni-5 ballistic missile
— ANI Digital (@ani_digital) December 15, 2022
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अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट, हाइलाइट्स:
बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 थ्री-फेज सॉलिड फ्यूल इंजन (three-stage solid fuelled engine) वाली परमाणु सक्षम मिसाइल है. जिसका रात में परीक्षण किया गया है.
इस पावरफुल बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया है.
इस टेस्ट के दौरान मिसाइल अग्नि-5 ने विभिन्न नई तकनीक और हाई एक्यूरेसी के साथ लगभग 5,000 से 5,500 किलोमीटर की दूरी तक के टारगेट को हिट कर सकती है.
इस टेस्ट के दौरान मिसाइल के फ्लाई परफॉरमेंस, राडार, रेंज स्टेशनों और ट्रैकिंग सिस्टम को ट्रैक किया गया.
बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का लास्ट टेस्ट अक्टूबर 2021 में किया गया था यह भी टेस्ट रात में ही किया गया था.
स्ट्रेटेजिक फोर्सेज कमांड (SFC), अग्नि-5 मिसाइल का प्रबंधन करता है जो एक त्रि-सेवा गठन है जो सभी स्ट्रेटेजिक असेट्स का प्रबंधन करती है और यह न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के अंतर्गत कार्य करता है.
अग्नि-5 का पहला टेस्ट:
वर्ष 2012 के बाद से इस बैलिस्टिक मिसाइल के कई सफल टेस्ट किये गए है. 'अग्नि' शब्द की उत्पत्ति अग्नि के लिए संस्कृत शब्द से हुई है और इसे अग्नि के पाँच प्राथमिक तत्वों में से एक है.
'अग्नि' मिसाइल का इतिहास:
'अग्नि' मिसाइल के विकास का कार्यक्रम 1980 की शुरुआत में भारत के मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में शुरू हुआ था. जिन्होंने भारत के मिसाइल डेवलपमेंट में अहम् सहयोग दिया था. साथ ही वह भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थी.
अग्नि मिसाइल सिस्टम में 1 से 5 तक के मीडियम और इंटरकांटिनेंटल रेंज की मिसाइलें शामिल है. इसके अलावा जून में डीआरडीओ ने नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-P का सफल टेस्ट किया था.
भारत का परमाणु सिद्धांत (Nuclear Doctrine of India):
मई 1974 में भारत द्वारा पहला न्यूक्लियर टेस्ट किया गया था. भारत ने मई 1998 में परमाणु परीक्षण के बाद, भारत ने वर्ष 2003 में परमाणु हथियारों के 'नो फर्स्ट यूज' (NFU) के सिद्धांत को दिया. जिसमें कहा गया है कि परमाणु हथियारों का उपयोग केवल भारतीय क्षेत्र पर या कहीं भी इंडियन आर्मी पर न्यूक्लियर अटैक के जवाब में किया जाएगा, पहले नहीं.
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