भारत 2018 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएगा. सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट रिपोर्ट के अनुसार अर्थव्यवस्था के मामले में भारत 2018 में चीन को भी पीछे छोड़ देगा. इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2018 में ही इक्विटी मार्केट के मामले में भारत दुनिया का 5वां सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा.
मुख्य तथ्य:
• सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे समय जब विकसित देशों की जीडीपी 2 से 3 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहे हों, भारत की अर्थव्यवस्था 7.5 की दर से विकास करेगी, जबकि चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट का दौर जारी रहेगा.
• इसके अलावा अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भी भारत तेजी से विकास करेगा. इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि चीन के विकास की रफ्तार धीमी होने की ओर है.
महत्व:
भारत में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किया गया है, जिसने देश की संघीय प्रणाली में एकीकृत बाजार को पैदा किया है. इसे लागू करने में हालांकि व्यापार और उद्योग को कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आधार, जन धन योजना, जीएसटी, भारत में एक नया समावेशी बुनियादी ढांचा बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
पृष्ठभूमि:
केंद्र और राज्य द्वारा वसूले जाने वाले करों की संख्या काफी अधिक थी, जिससे माल की आवाजाही में काफी देर लगती थी, क्योंकि उन्हें कई बार अलग-अलग करों को चुकाना होता था. अब राज्य स्तरीय करों को अखिल भारतीय जीएसटी से बदल दिया गया है, जिसमें राज्यों के सेस और सरचार्ज, लक्जरी टैक्स, राज्य वैट, खरीद शुल्क, केंद्रीय बिक्री कर, विज्ञापनों पर कर, मनोरंजन कर, प्रवेश शुल्क के विभिन्न संस्करण और लॉटरी व सट्टेबाजी पर कर शामिल है.
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