सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) रिपोर्ट के मुताबिक भारत अगले साल वर्ष 2018 में ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़कर दुनिया के पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है.
यह भी पढ़ें: भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2018 में 7 फीसदी संभव: एसोचैम रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में भारत ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी में जुट गया है. इस बढते दृष्टिकोण में दिखाया गया है कि ऊर्जा सस्ती और प्रौद्योगिकी की कीमतों में वृद्धि के संकेत दिए गए हैं. यदि यही स्थिति रही तो आगामी 15 सालों में ही एशियाई देशों की अर्थव्यवस्था में भारत शीर्ष स्थान प्राप्त कर लेगा.
सीईबीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2032 तक चीन अमेरिका को पछाड़ कर दुनिया की नंबर वन अर्थव्यवस्था बन जाएगा. रूस कम तेल कीमतों और बहुत अधिक ऊर्जा सेक्टर पर निर्भर रहने की वजह से वर्ष 2032 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सूची में 17वें स्थान पर पहुंच जाएगा, अभी वह 11वें स्थान पर है. अक्टूबर 2017 में किए गए एक पोल में 2018 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है, जिसके वर्ष 2017 में 3.5 प्रतिशत रहने की संभावना है.
सीईआरबी ने शोध के अनुसार बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में 6.3 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ी है. जबकि दूसरी तिमाही में ये दर 5.7 प्रतिशत थी. वर्ष 2016 में विश्व बैंक के आंकडों के मुताबिक भारतीय जीडीपी, डॉलर के मुकाबले 2.26 खरब डॉलर थी जो कि दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है.
एडीबी ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.7 प्रतिशत किया
Comments
All Comments (0)
Join the conversation