भारतीय नौसेना की वार्षिक थिएटर लेवल रेडिनेस एंड ऑपरेशनल एक्सरसाइज (ट्रूपेक्स 17) 23 फरवरी 2017 को समाप्त हो गया. 24 जनवरी 2017 को शुरु हुआ यह अभ्यास पश्चिमी समुद्रतट पर आयोजित किया गया था.
विमान करिअर आएनएस विक्रमादित्य, परमाणु शक्ति संपन्न चक्र समेत 5 पनडुब्बियों, 50 नौसेना विमान, तटरक्षक बल के 11 जहाज, थल सेना की टुकड़ियां और एसयू 30, जगुआर और एडब्ल्यूएसीएस समेत वायु सेना के 20 विमानों समेत भारतीय नौसेना के पश्चिमी और पूर्वी नौसेना कमांड के 45 से अधिक जहाजों ने इस अभ्यास में हिस्सा लिया.
इस अभ्यास का उद्देश्य दिए गए खतरे की स्थितियों में सैन्य बलों की युद्ध क्षमताओं और संयुक्त लड़ाकू क्षमताओं के विभिन्न पहलुओं का परीक्षण करना था.
अभ्यास कई चरणों में आयोजित किया गया. ज्वाइंट वर्क अप फेज में जहाजों, पनडुब्बियों और भारतीय नौसेना एवं वायु सेना के विमानों से कई प्रकार के हथियारों से गोलीबारी की गई.
ट्रूपेक्स के 2017 संस्करण में द्वीप क्षेत्र में 'आकस्मिकता क्षेत्र के बाहर' बड़े पैमाने पर संचालन भी शामिल था. इसमें सेना के तीनों अंगों और उनके विशेष बलों ने हिस्सा लिया.
ट्रूपेक्स 2017 10 दिनों से अधिक तक चले सामरिक चरण के साथ समाप्त हुआ और इसमें दोनों ही विरोधी बलों की तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली.
एक महीने तक चलने वाले इस अभ्यास में भारतीय नौसेना, भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और तटरक्षक बल की लड़ाकू क्षमता का परीक्षण करने का उपयुक्त अवसर मिला.
इसके अलावा, इसने संघर्ष की जटिल स्थितियों में अपनी पारस्परिकता और संयुक्त अभियान को भी मजबूत बनाया.
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