19 जून: संघर्ष के दौरान यौन हिंसा के उन्मूलन हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस
संघर्ष के दौरान यौन हिंसा के उन्मूलन के लिए 19 जून 2017 को अंतरराष्ट्रीय दिवस विश्व स्तर पर मनाया गया.
उद्देश्य |
इस दिवस का उद्देश्य हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में हो रही यौन हिंसा के खिलाफ लोगों का ध्यान आकर्षित करना है. इसका अन्य उद्देश्य यौन हिंसा से पीड़ित लोगों को श्रद्धांजलि देना तथा हिंसा की स्थिति में उनके साथ खड़े होना है. |
इस अवसर पर बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों जैसे यौन शोषण, बलात्कार, अपहरण, मानव तस्करी, यौन गुलामी और जबरन विवाह उनकी दयनीय स्थिति में इजाफा करते हैं.
यौन हिंसा |
यौन हिंसा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है. साथ ही साथ यह शारीरिक चोट का भी कारण बन रही है, इसमें यौन और प्रजनन स्वास्थ्य की समस्याओं के तात्कालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के परिणामों के जोखिम भी जुड़े हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक शोध के अनुसार दुनिया भर में हर तीन में से एक से ज्यादा महिला को शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होना पड़ा है. |
पृष्ठभूमि:
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 19 जून 2015 को संघर्ष के दौरान यौन हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की.
यह तिथि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1820 के तहत चयनित की गयी तथा इससे हिंसा को रोकने तथा क्षेत्र में शांति स्थापित करने के प्रयासों को मजबूत करने में सहायक माना गया.
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