राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्रा को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है. कलराज मिश्रा को आचार्य देवव्रत की जगह हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है. आचार्य देवव्रत 12 अगस्त 2015 से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का पद संभाल रहे थे. उत्तर प्रदेश (यूपी) के दिग्गज नेता कलराज मिश्रा को राज्यपाल बनाने की चर्चा काफी समय से चल रही थी.
इसके साथ ही आचार्य देवव्रत को गुजरात का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. आचार्य देवव्रत हिमाचल प्रदेश के मौजूदा राज्यपाल थे. आचार्य देवव्रत गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली की जगह लेंगे. ओपी कोहली 16 जुलाई 2014 को गुजरात के राज्यपाल बनाए गए थे.
ये नियुक्तियां उस दिन से प्रभावी होंगी जिस दिन से ये नेता अपना चार्ज संभालेंगे. अगले तीन महीनों में गुजरात, नागालैंड, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गोवा, राजस्थान और केरल में राज्यपालों का कायकाल समाप्त हो रहा है.
राज्यपाल की नियुक्ति राज्यपाल का पद भारत के संघीय ढांचे में संवैधानिक होता है. संविधान के भाग 6 में राज्य की शासन व्यवस्था का प्रावधान है. केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति राज्यों में राज्यपाल जबकि केंद्रशासित प्रदेशों में उप राज्यपाल की नियुक्ति करते हैं. राज्यपाल राज्य की कार्यपालिका के प्रमुख होते हैं. वे राज्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर काम करते हैं. |
कलराज मिश्रा के बारे में:
• कलराज मिश्रा का जन्म 01 जुलाई 1941 को गाजीपुर के मलिकपुर गांव में हुआ था. कलराज मिश्रा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता हैं.
• वे तीन बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं. उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश की देवरिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार नियाज अहमद को 4,96,500 वोटों के अंतर से हराया था.
• वे साल 1991, साल 1993, साल 1995 और साल 2000 में भाजपा के चार बार प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं.
• वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री थे. उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्होंने सितंबर 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया था.
• वे अगस्त 2018 तक रक्षा मामलों की स्थायी समिति के सदस्य रहे हैं. वे लखनऊ से भाजपा विधायक भी रहे हैं.
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आचार्य देवव्रत के बारे में:
• आचार्य देवव्रत वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हैं. वे कुरुक्षेत्र के गुरुकल के प्रधानाचार्य भी रहे हैं. इसे आर्य प्रतिनिधि सभा बिना सरकारी सहायता के संचालित करती है.
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• वे हिमाचल के राज्यपाल के साथ ही हिमाचल प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति भी हैं.
• वे अपने दैनिक जीवन में ईमानदारी, अनुशासन, समय की पाबंदी के लिए जाने जाते है. वे प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए काम कर रहे हैं. वे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से भी जुड़े हुए हैं.
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