मशहूर शास्त्रीय गायक और संगीतकार उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का 17 जनवरी 2021 को निधन हो गया है. वे 89 साल के थे. उन्हें भारत सरकार ने पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के निधन पर लता मंगेशकर ने शोक व्यक्त किया है.
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संगीत जगत ने शोक जताया. प्रधानमंत्री ने खान के निधन पर दुख जताया और कहा कि उनके निधन से सांस्कृतिक दुनिया को बड़ी क्षति हुई है. लगभग 15 साल पहले वो ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो गए थे और उन्हें लकवा मार गया था. तभी से वे बीमार चल रहे थे, चलने फिरने की हालत में नहीं थे और घर में ही उनका इलाज चल रहा था.
The passing away of Ustad Ghulam Mustafa Khan Sahab leaves our cultural world poorer. He was a doyen of music, a stalwart of creativity whose works endeared him to people across generations. I have fond memories of interacting with him. Condolences to his family and admirers. pic.twitter.com/jZy7eVhW68
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2021
मुंबई में अंतिम संस्कार
भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई में अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनके इस अंतिम सफर में पुलिस समेत संगीत जगत के कई दिग्गज शामिल हुए. अपने चार भाइयों और तीन बहनों में उस्ताद सबसे बड़े थे.
Mumbai: Indian classical musician and Padma Vibhushan awardee Ustad Ghulam Mustafa Khan laid to rest with full state honours https://t.co/Px5Ep0LLva pic.twitter.com/4mvhkOe5LA
— ANI (@ANI) January 17, 2021
पुरस्कार एवं सम्मान
उल्लेखनीय है कि उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान को साल 1991 में पद्मश्री, साल 2006 में पद्म भूषण और साल 2018 में पद्म भूषण पुरस्कारों से नवाजा गया था. संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था.
उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के बारे में
उस्ताद का जन्म 03 मार्च 1931 को उत्तर प्रदेश के बंदायू में हुआ था. उन्हें संगीत के क्षेत्र में 'जूनियर तानसेन' के नाम से भी बुलाया जाता था. वे महान दिग्गज सिंगर सोनू निगम के गुरु थे.
हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन के क्षेत्र में दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले गुलाम मुस्तफा खान ने 'उमराव जान', 'आगमन', 'बस्ती', 'श्रीमान आशिक' जैसी फिल्मों में भी अपनी गायकी का नायाब अंदाज पेश किया था.
उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान अपने पीछे चार बेटे, चार बेटियां और पत्नी छोड़ गये हैं. उन्होंने अपने पिता उस्ताद वारिस हुसैन खान से संगीत की तालीम हासिल की.
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