इंडियन बॉक्सर मैरी कॉम को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (AIBA) चैंपियन और वेटरन्स समिति के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है.
क्रेमलेव ने यह कहा कि, उन्हें विश्वास है कि मैरी कॉम अपने विशाल ज्ञान और अनुभव के साथ इस महत्वपूर्ण समिति की सफलता में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगी.
AIBA चैंपियन और वेटरन्स समिति
इस AIBA चैंपियन और वेटरन्स/ दिग्गज समिति का गठन दिसंबर, 2020 में किया गया था.
इस छह बार की विश्व चैंपियन ने AIBA अध्यक्ष को इस नए कार्यभार के लिए ट्विटर पर धन्यवाद दिया. उन्होंने बॉक्सिंग के उत्थान के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने और आवाज बुलंद करने का वादा किया.
Thank you so much @Kremlev_U @AIBA_Boxing President and all boxing family for giving me the new assignment. I will give my best and put my voice for the upliftments of @AIBA_Boxing @BFI_official @Media_SAI pic.twitter.com/jKOSrFHEcO
— Mary Kom OLY (@MangteC) March 3, 2021
मैरी कॉम के बारे में
मैरी कॉम एक भारतीय मुक्केबाज और वर्तमान में भारत की संसद सदस्य हैं. उन्हें 25 अप्रैल, 2016 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा के सदस्य के तौर पर नामित किया गया था.
उन्होंने बॉक्सिंग के क्षेत्र में भारत के लिए कई बार ऐतिहासिक जीत हासिल की है, जिनमें से कुछ नीचे सूचीबद्ध हैं:
• वे छह बार विश्व मुक्केबाजी चैंपियन बनने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं.
• वे आठ विश्व चैम्पियनशिप पदक जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज भी हैं.
• वे पहली सात विश्व चैंपियनशिप में से प्रत्येक चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं.
• वे वर्ष, 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने और फ्लाईवेट (51 किग्रा.) श्रेणी में कांस्य पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज भी हैं.
• वे वर्ष, 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज भी हैं.
• उन्हें AIBA द्वारा दुनिया की नंबर 1 महिला लाइट-फ्लाईवेट बॉक्सर के तौर पर स्थान दिया गया था.
• वे वर्ष, 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज भी हैं.
• वे छह बार एशियाई एमेच्योर मुक्केबाजी चैम्पियनशिप जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज भी हैं.
पुरस्कार
वर्ष, 2020 में मैरी कॉम को भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
इससे पहले उन्हें वर्ष, 2006 में पद्म श्री (भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार) और वर्ष, 2013 में पद्म भूषण (भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार) प्रदान किया गया था.
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