भारतीय युवाओं के बीच स्वयंसेवा को बढ़ावा देने के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय (MYAS) ने, यूनिसेफ द्वारा गठित एक बहु-हितधारक मंच, यूवाह (YuWaah) के साथ इस साझेदारी के तहत काम करने के लिए एक ‘इरादे का बयान’ पर हस्ताक्षर किए हैं.
इस साझेदारी का उद्देश्य भारतीय युवाओं को उत्पादक कार्यों के शिक्षण और प्रशिक्षण के साथ उनका कौशल बढ़ाकर उन्हें एक सक्रिय नागरिक बनाना है. इस कदम से किरेन रिजिजू के भारत में एक करोड़ युवा स्वयंसेवकों को जुटाने और पीएम मोदी के आत्मानिर्भर भारत के आह्वान में योगदान करने में मदद मिलेगी.
भारत और यूनिसेफ के बीच इस साझेदारी का शुभारंभ युवा मामले और खेल मंत्री किरेन रिजिजू की उपस्थिति में सचिव, युवा मामले, उषा शर्मा और भारत में यूनिसेफ के प्रतिनिधि यास्मीन अली हक ने किया.
भारतीय युवाओं का प्रोत्साहन
इस आयोजन में, उषा शर्मा ने कहा कि युवा मामले और खेल मंत्रालय में YuWaah को एक अनोखे अवसर के रूप में देखा जाता है, जो युवाओं के लिए और युवाओं के साथ युवाओं के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए एक मंच प्रदान कर सकता है.
उन्होंने कहा कि यह साझेदारी NSS, NYKS स्वयंसेवकों को एक बड़ा मंच देती है क्योंकि उन्हें वैश्विक प्रयासों के साथ मिलकर काम करने का मौका मिलता है.
भारत में यूनिसेफ के प्रतिनिधि ने यह भी दावा किया है कि, भारत में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों तथा युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के बीच इस साझेदारी के माध्यम से YuWaah भारत के युवा लोगों को अपने एजेंडा का निर्माण और विकास का नेतृत्व करने के द्वारा अपना समर्थन देगा.
यूनिसेफ और MYAS के बीच भागीदारी
इस नई साझेदारी से संयुक्त राष्ट्र और खेल मंत्रालय को लाभ होगा कि वे युवाओं के साथ मिलकर काम करें और भारत में युवाओं के लिए शिक्षा तथा बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से निपटने के साथ इन युवाओं को कुशल बनाने के लिए विभिन्न समाधानों को सह-निर्मित और लागू करें.
इस भागीदारी में भारतीय युवाओं को उद्यमिता में सहयोग देना, उनका कौशल बढ़ाना, आकांक्षात्मक सामाजिक-आर्थिक अवसरों के साथ संबंध बनाना, युवाओं को करियर मार्गदर्शन सहायता प्रदान करना, युवा लोगों के बीच नागरिक भागीदारी, नीति हितधारकों और युवा लोगों के बीच प्रतिक्रिया तंत्र की स्थापना, प्रत्यक्ष संवाद का समर्थन, और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए NSS और NYKS कैडर और स्वयंसेवक बल की क्षमता का निर्माण करने के लिए सहयोग शामिल होगा.
किरन रिजिजू ने इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए यह कहा है कि, इस चुनौतीपूर्ण समय में यह बहुत उपयुक्त है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि, उन्हें भरोसा है कि यह हमारी मौजूदा नीतियों पर पूरा ध्यान देगा. भारत सरकार युवाओं की राय और विचारों को सुनने के लिए प्रतिबद्ध है और सोचने के ये नए तरीके ऐसे हैं जो भारत की आगामी चुनौतियों का समाधान करने में हमारी बहुत सहायता करेंगे.
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