प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों द्वारा 12 मार्च 2018 को उत्तर प्रदेश स्थित मिर्जापुर में प्रदेश के सबसे बड़े सोलर पॉवर प्लांट का लोकार्पण किया गया. इस परियोजना का उद्देश्य 100 मेगावॉट उर्जा उत्पादन करना है लेकिन फिलहाल यह प्लांट 75 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने बटन दबाकर प्लांट का शुभारंभ किया. यह प्लांट दादरकला में 650 करोड़ रुपये की लागत से बना है.
मिर्जापुर सौर उर्जा परियोजना की विशेषताएं
• दादर कलां गांव में बना यह सोलर पावर प्लांट विंध्य श्रृंखला की पहाडिय़ों में स्थित है.
• लगभग 380 एकड़ में फैले इस प्लांट में 1 लाख 18 हजार 600 सोलर पैनल लगाए गए हैं.
• यहां से उत्पादित बिजली पॉवर कारपोरेशन के जिगना उपकेंद्र को पारेषित की जाएगी.
• यह प्लांट प्रति माह 1.30 करोड़ यूनिट और प्रतिवर्ष 15.6 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन करेगा.
• इस सोलर पावर प्लांट की स्थापना फ्रांसीसी कंपनी के सहयोग से की गई है.
• इसमें सूर्य की रोशनी के साथ-साथ उर्जा उत्पादित होगी और रोशनी खत्म होते ही प्लांट अपने आप बंद हो जाएगा.
• इस सोलर प्लांट में 3,18, 650 सोलर प्लेट्स हैं. प्रत्येक सोलर प्लेट 315 वॉट बिजली बनाएगी.
• 650 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस प्लांट को बनने में 18 महीने का समय लगा तथा यह 382 एकड़ में फैला है.
• इस प्लांट से बनने वाले बिजली को मिर्जापुर को ए और बी खंडों में बांटकर वितरित किया जायेगा. इसके बाद यदि आपूर्ति करने लायक बिजली होगी तो उसे इलाहाबाद में सप्लाई किया जायेगा.
• मिर्जापुर के दादर कला गांव में बने इस प्लांट की सबसे विशेष बात ये कि इसे 382 एकड़ की पथरीली जमीन पर बनाया गया है जिससे कृषि उत्पादित भूमि का नुकसान नहीं हुआ.
भारत-फ्रांस संबंध
भारत और फ्रांस के मध्य रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष और उच्च प्रौद्योगिकी में द्विपक्षीय सहयोग का इतिहास बहुत पुराना है. दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक गठजोड़ है. सोलर परियोजना के उद्घाटन के इतर हाल ही में हुए समझौतों के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई का भी आह्वान किया. हिन्द महासागर क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग हेतु समझौते को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. हिन्द महसागर क्षेत्र में चीन के प्रभाव बढ़ाने की कोशिशों के बीच यह समझौता बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक दूसरे के लॉजिस्टिक के उपयोग में सहयोग देना भी दोनों देशों के संबंधों में अहम भूमिका निभा सकता है.
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