उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम तथा राजस्थान परिवहन विभाग के मध्य 13 जून 2017 को अंतरराज्यीय समझौता पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों राज्यों के अधिकारियों के मध्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए.
इस अवसर पर राजस्थान के परिवहन मंत्री युनुस खान और यूपी से परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह भी उपस्थित रहे. इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग का कैलेंडर भी लांच किया.
समझौता के तहत उत्तर प्रदेश के परिवहन स्वतंत्र देव सिंह मंत्री और राजस्थान परिवहन मंत्री यूनुस खान ने 199 मार्ग पर 56774 किलोमीटर के समझौते पर हस्ताक्षर किए. परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के अनुसार एमओयू के माध्यम से दोनों राज्यों के बीच अन्य कई मुद्दों पर जोर देने की कोशिश की जाएगी.
एमओयू के माध्यम से दोनों राज्यों के मध्य दिल्ली, जयपुर, अजमेर, हरिद्वार, मेरठ, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, उदयपुर, वृन्दावन के अलावा गोरखपुर, संभल, इलाहाबाद, सवाई माधोपुर, अलवर और कन्नौज के लिए सीधी बस सेवा आरम्भ की जाएगी.
समझौता के प्रमुख तथ्य-
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार इस समझौते से भारत की सांस्कृतिक जड़ें मजबूत होंगी.
- उत्तर प्रदेश और राजस्थान के मध्य विकास कार्य सम्बन्धी बहुत संभावनाएं है. इसे आगे बढ़ाने हेतु दोनों राज्यों के मध्य समझौते किए जा रहे हैं.
- दोनों प्रदेशों के मध्य अब व्यापार, पर्यटन, चिकित्सा, शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा.
- किए समझौते के अनुसार दोनों राज्य को मिलाकर कुल 56 हजार किलोमीटर लंबी सड़क पर बस संचालित की जाएंगी.
- अलवर से कन्नौज के लिए सीधी बस सेवा होगी.
- परिवहन सेवाओं के विस्तार समझौता के बाद काशी, प्रयाग अयोध्या जाने में सुगमता रहेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार प्रदेश सरकार पूरे ब्रज क्षेत्र के विकास के लिए संकल्पित है. जल्द ही कई और राज्यों से उतर प्रदेश का समझौता किया जाएगा. यूपी में गांव स्तर पर भी बसों का संचालन किया जा रहा है.
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