केंद्र सरकार ने सुशील कुमार सहित 13 खिलाड़ी ओलंपिक हेतु राष्ट्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. ओलंपियनों को दिए गए खेल वर्गों हेतु राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है.
राष्ट्रीय पर्यवेक्षक भारत सरकार, खेल प्राधिकरण तथा राष्ट्रीय खेल संघ (एनएसएफ) की सहायता करेंगे. इससे भारतीय ओलंपिक संघ को लंबी अवधि की विकास योजनाओं की तैयारी करने और उनका कार्यान्वयन करने में सहायता मिलेगी.
राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के नाम कुछ इस तरह हैं जिसमें एथलेटिक्स हेतु पी. टी. ऊषा एवं अंजू बॉबी जार्ज, बैडमिंटन के लिए अपर्णा पोपट, तीरंदाजी के लिए डॉ. संजीव कुमार सिंह, मुक्केबाजी के लिए मेरीकॉम, अनिल कुमार, शूटिंग के लिए अभिनव बिंद्रा, हॉकी के लिए जगबीर सिंह,टेनिस के लिए सोमदेव देवबर्मन, कुश्ती के लिए सुशील कुमार, भारोत्तोलन के लिए कर्णम मल्लेश्वरी, फुटबॉल के लिए आई. एम. विजयन, टेबल टेनिस के लिए कमलेश मेहता, तैराकी के लिए खजान सिंह के नामों की घोषणा की गई है.
उच्च प्राथमिकता वाले खेलों के संबंध में चयन नीति सहित सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा जिनमें लंबी अवधि की एथलीट विकास योजना, राष्ट्रीय कैंप, कोचिंग विकास, तकनीकी अधिकारियों का विकास तथा एथलीटों के प्रदर्शन की निगरानी और मूल्यांकन शामिल है.
अपने संबंधित वर्गों हेतु इनपुट प्रदान करने के अतिरिक्त, राष्ट्रीय पर्यवेक्षक देश में खेलों के विकास को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर ध्यान देने के लिए एक समूह के रूप में परामर्श देंगे.
मिशन ओलंपिक वर्ष 2020, वर्ष 2024 और वर्ष 2028 हेतु कार्य योजना तैयार करने में राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.
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