युद्धपोत आईएनएस विराट 6 मार्च 2017 को भारतीय नौ सेना से सेवानिवृत्त हो गया. युद्धपोत आईएनएस विराट ने तीस साल तक भारतीय नौसेना की सेवा की. इस अवधि में वह भारतीय नौ सेना गौरव बना रहा. युद्धपोत आईएनएस विराट की सेवानिवृत्ति पर मुंबई में समारोह आयोजित किया गया.
इस अवसर पर वह सभी लोग आयोजन में शामिल हुए जिन्होंने आईएनएस विराट पर अपनी सेवाएं दी. आईएनएस विराट अमेरिका से खरीदा गया था. इसकी सेवानिवृत्ति के अवसर (डी-कमीशन सेरेमनी) पर अमेरिका से भी एक दाल भारत आया.
आईएनएस विराट के डी-कमीशन किए जाने की घोषणा जानकारी 26 फरवरी 2017 को वाइस एडमिरल गिरीश लुथरा ने की.
युद्धपोत आईएनएस विराट के बारे में-
- आईएनएस विराट के सेना से अलग होते ही इसका नाम गिनिज वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाएगा, यह दुनिया का इकलौता युद्धपोत है जिसने 57 साल तक समुद्र में रहकर देश को सेवा दी.
- आईएनएस विराट एक उन्नत किस्म का विमान वाहक पोत है, जिसने भारतीय नौसेना में 30 साल तक सेवा दी है.
- इससे पहले युद्धपोत आईएनएस विराट ने ब्रिटेन के रॉयल नेवी में 27 सालों तक सेवा दी.
- वर्ष 1959 से यह पोत आईएनएस विराट रॉयल नेवी की सेवा में था.
- रॉयल नेवी में इसका नाम एचएमएस हर्मीस था.
- वर्ष 1980 के दशक में भारतीय नौसेना ने इसे साढ़े छह करोड़ डॉलर में अमेरिका से खरीदा.
- 12 मई 1987 को इसको सेवा में शामिल किया गया.
- भारतीय नौसेना ने इसका नाम एचएमएस हर्मीस से बदलकर आईएनएस विराट रखा.
- पश्चिमी नौसेना कमान की तरफ से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार यह इतिहास में सबसे ज्यादा सेवा देने वाला पोत है.
आईएनएस विराट को सेवा से हटाए जाने के बाद भारतीय सेना के पास दो विमान वाहक पोत कम हो जाएंगे. आईएनएस विक्रांत को पहले ही सेवा से हटाया जा चुका है.
पूर्व मव आंध्र प्रदेश सरकार ने इस युद्धपोत को म्यूजियम बनाने की इच्छा व्यक्त की थी, बाद में सरकार का इरादा बदल हया. अब इसे स्क्रैप किया जाएगा. आईएनएस विराट इस समय मुंबई में समुद्र सीमा के नेवी बेस पर रखा है.
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