न्यूजीलैंड ने 31 मई, 2021 को वेलिंगटन में एक समारोह के दौरान नासा के साथ अमेरिका के नेतृत्व वाले आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे अब न्यूजीलैंड भी शांतिपूर्ण, सुरक्षित, टिकाऊ और पारदर्शी अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए, नासा के साथ सहयोग करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय समझौते में शामिल हो गया है.
न्यूजीलैंड अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख पीटर क्रैब्री ने आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे न्यूजीलैंड ऐसा 11 वां देश बन गया है, जिसने नासा के वर्ष, 2021 तक चंद्रमा पर मानव मिशन को फिर एक बार भेजने के लिए, और मंगल पर ऐतिहासिक मानव मिशन शुरु करने के लिए अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक ब्लूप्रिंट, आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
अब न्यूजीलैंड ऐसे देशों की सूची में शामिल हो गया है जिन्होंने आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जैसेकि यूएस, यूक्रेन, यूएई, यूके, कोरिया गणराज्य, लक्जमबर्ग, जापान, इटली, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया.
न्यूज़ीलैंड ने आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर क्यों किए?
न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री नानैया महुता ने यह कहा है कि, उनका देश यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अंतरिक्ष अन्वेषण के अगले चरण को सुरक्षित, टिकाऊ और पारदर्शी तरीके से और अंतर्राष्ट्रीय कानून के पूर्ण अनुपालन में संचालित किया जाए.
आर्टेमिस समझौते अंतरसंचालनीयता, पारदर्शिता, वैज्ञानिक डाटा जारी करने, मलबे के सुरक्षित निपटान, संसाधनों के सतत उपयोग, और अंतरिक्ष गतिविधियों में हानिकारक हस्तक्षेप की रोकथाम के संदर्भ में सिद्धांतों को क्रियान्वित करने और अंतरिक्ष अन्वेषणों के लिए सहयोग को बढ़ावा देने में सुविधा प्रदान करते हैं.
न्यूजीलैंड अंतरिक्ष उद्योग
न्यूजीलैंड के अंतरिक्ष उद्योग का अनुमानित मूल्य 1.7 बिलियन डॉलर है और इसके अंतरिक्ष निर्माण क्षेत्र का राजस्व कारोबार लगभग 247 मिलियन डॉलर प्रति वर्ष है.
न्यूजीलैंड भी ऐसे कुछ देशों में से एक रहा है जो अंतरिक्ष में रॉकेट लॉन्च करने में सक्षम हैं. इसकी रॉकेट लैब, कैलिफोर्निया स्थित एक कंपनी है जो छोटे उपग्रहों को कक्षा में लॉन्च करने में माहिर है.
आर्टेमिस समझौते: प्रमुख बिंदु
यह आर्टेमिस समझौता, आर्टेमिस कार्यक्रम में भाग लेने वाले देशों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है, जो अंतरिक्ष सहयोग के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाला ब्लूप्रिंट है, जो वर्ष, 2021 तक मनुष्यों को चंद्रमा पर पुनः भेजने के नासा के मिशन का समर्थन करता है.
नासा आर्टेमिस कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहा है जो वर्ष, 2024 में पहली महिला और अगले पुरुष को चंद्रमा पर भेजेगा. इस आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले संस्थापक सदस्य राष्ट्र अमेरिका, यूके, यूएई, लक्जमबर्ग, जापान, इटली, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया हैं.
इस आर्टेमिस समझौते के सिद्धांत शांतिपूर्ण अन्वेषण, पारदर्शिता, अंतरसंचालनीयता, आपातकालीन सहायता, अंतरिक्ष वस्तुओं का पंजीकरण, वैज्ञानिक डाटा जारी करना, विरासत को संरक्षित करना, अंतरिक्ष संसाधन और कक्षीय मलबे का विघटन हैं.
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