एनआईआईएफ के अंतर्गत कतर से निवेश आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय निवेश एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) लिमिटेड ने कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूआईए) के साथ 5 जून 2016 को एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये.
भारत के प्रधानमंत्री की दोहा यात्रा के दौरान इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गये.
समझौता ज्ञापन की विशेषताएं:
• सहमति पत्र का उद्देश्य भारत के बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में निवेश अवसरों का अध्ययन करना.
• इस तरह के निवेश अवसरों के संबंध में सूचनाओं के आदान-प्रदान की रूपरेखा विकसित करने के लिए क्यूआईए को सुविधा प्रदान करना है जिससे की दोनों पक्ष संयुक्त निवेश के बारे में फैसला कर सकें.
• यह 12 माह प्रभावी रहेगा, जिस दौरान दोनों पक्ष इस तरह के निवेश की शर्तों, सिद्धांतों एवं मानदंड पर चर्चा करेंगे और सहमत होंगे.
• एनआईआईएफ भारत के बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में उपलब्ध निवेश अवसरों को क्यूआईए के साथ साझा करेगा.
कतर निवेश प्राधिकरण के बारे में:
• कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूआईए) कतर का सॉवरेन वेल्थ फंड है.
• वे दीर्घकालिक निवेशक है और सभी भौगोलिक क्षेत्रों, सेक्टर एवं परिसंपत्ति वर्गों में निवेश अवसरों तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करता है.
• इससे पहले एनआईआईएफ के सृजन को मंजूरी दी गयी थी, ताकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही स्रोतों से निवेश आकर्षित किया जा सके.
इसका उद्देश्य मुख्य रूप से वाणिज्यिक दृष्टि से लाभप्रद परियोजनाओं में बुनियादी ढांचे के विकास के जरिए पड़ने वाले आर्थिक असर को अधिकतम करना था.
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