नीति आयोग के अटल नवाचार मिशन (एआईएम) ने 27 मार्च 2018 सैप के साथ आशय वक्तव्य (एसओआई) पर हस्ताक्षर किए जिसका उद्देश्य नवाचार एवं उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देना है.
सैप के कर्मचारी स्वयंसेवक उन्नत प्रौद्योगिकी से जुड़े विषयों में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के साथ-साथ सैप लैब्स इंडिया की डिजाइन लैब में उनका मार्गदर्शन भी करेंगे. इसके अलावा, सैप के कर्मचारी स्वयंसेवक विद्यार्थियों को प्रौद्योगिकी से जुड़े उपकरणों के बारे में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करेंगे.
अटल टिंकरिंग लैब की विशेषताएं
- अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना का लक्ष्य 500 समुदायों और स्कूलों में 250,000 युवाओं को भविष्य के लिए अभिनव कौशल प्रदान करना है.
- युवाओं द्वारा तैयार की गई परियोजनाओं में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए परामर्शदाताओं के क्षमता निर्माण और मेकर इकोसिस्टम के साथ संपर्क कायम करने, अवधारणा तैयार करने, डिजाइन के बारे में चिंतन करने और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के माध्यम से कार्यशालाएं आयोजित करने में इंटेल की ओर से नीति आयोग को सहायता मिलेगी.
- इसके अलावा इंटेल एक इनोवेशन फेस्टिवल का सह-नेतृत्व करेगा, जिसमें 500,000 युवा अन्वेषक अपनी पहुंच कायम कर सकेंगे.
- नीति आयोग के अनुसार यदि भारत को अगले तीन दशकों में निरंतर 9 से 10 प्रतिशत विकास दर कायम रखना है तो यह अत्यंत आवश्यक होगा कि देश समस्याओं के लिए अभिनव समाधान के उपाय करने में सक्षम हो.
उद्देश्य
एसओआई के एक हिस्से के तहत सैप देश भर में माध्यमिक स्कूली बच्चों के बीच विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (स्टेम) की शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में 100 अटल टिंकरिंग लैबों (एटीएल) की जिम्मेदारी पांच वर्षों के लिए लेगी. इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को डिजिटल रूपांतरण एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे कि डिजाइन थिंकिंग विधि, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और अनुभवात्मक विज्ञान शिक्षण से संबंधित उन्नत प्रौद्योगिकी विषयों को सीखने में सक्षम बनाना है.
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