सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में सरकारी हिस्सेदारी का सौदा करने की सरकार से अनुमति प्राप्त हो गयी है.
ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) को एचपीसीएल में सरकारी हिस्सेदारी का 36,915 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के लिए संसाधन जुटाने हेतु आईओसी तथा गेल में उसकी हिस्सेदारी बेचने की अनुमति मिल गई है.
सरकार ने इस महीने की शुरूआत में ही ओएनजीसी को आईओसी तथा गेल इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने की अनुमति दे दी लेकिन कंपनी को अब शेयरों के सही मूल्य का इंतजार है.
ओएनजीसी एवं इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन सौदा
• ओएनजीसी की इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) में 13.77 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
• इसके शेयरों आज के भाव के अनुसार इस हिस्सेदारी का मूल्य 26,200 करोड़ रुपये बैठता है.
• इसके अतिरिक्त कंपनी की गेल इंडिया लि. में 4.86 प्रतिशत हिस्सेदारी है जिसका मूल्य 3,847 करोड़ रुपये बनता है.
• ओएनजीसी तेल रिफाइनिंग और विपणन कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. (एचपीसीएल) में सरकार की 51.1 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद रही है.
• कंपनी इसका वित्त पोषण करीब 12,000 करोड़ रुपये नकद तथा अल्पकालीन कर्ज के जरिये करेगी.
ओएनजीसी
• तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड की स्थापना 14 अगस्त 1956 में की गई.
• इसका मुख्यालय उत्तराखंड स्थित देहरादून में स्थित है.
• यह भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे अधिक लाभ अर्जित करने वाली कंपनी है.
• इसे 1956 में एक आयोग के रूप में स्थापित किया गया था.
• यह भारत के लिए 77 प्रतिशत कच्चे तेल का उताप्दन करती है जबकि 62 प्रतिशत कच्चे तेल का उत्पादन भी करता है.
• जून 2015 में ओएनजीसी ने लार्सन एंड टुब्रो को 27 बिलियन डॉलर का विदेशी कॉन्ट्रैक्ट दिया था.
• वर्ष 2016 में ओएनजीसी ने त्रिपुरा में 5050 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की.
• जुलाई 2017 में ओएनजीसी द्वारा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन के अधिग्रहण को मंजूरी प्रदान की गई.
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