क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान सत्ता के बेहद करीब पहुंच गए हैं. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अभी तक की मतगणना के बाद बहुमत के पास है. हालंकि, विपक्षी दलों ने मतगणना के दौरान भारी धांधली का आरोप लगाया है और फिर से चुनाव कराने की मांग की है.
पाकिस्तान में आम चुनाव के आधिकारिक नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इसके अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने के लिए दूसरी पार्टियों से गठबंधन करना पड़ेगा. चुनाव अधिकारियों के अनुसार, पीटीआई ने 269 में से 119 सीटें जीती हैं. लेकिन बहुमत के लिए 137 सीटें जरूरी हैं. चुनावों में शरीफ परिवार की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग को 56 सीटें मिली हैं. तीसरे स्थान पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी है जिसे 36 सीटें हासिल हुई हैं. अभी तक 20 सीटों के नतीजे घोषित नहीं किए गए हैं.
भारत के साथ संबंध:
इमरान खान ने कहा की वह भारत से बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है जिसे रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह अपने क्रिकेट के समय से ही भारत को अच्छी तरह से जानते आए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में हर गलत चीज को भारत के मत्थे कर देना खत्म करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर का मसला सबसे बड़ा है, जिसको हल करने की कवायद शिद्दत के साथ की जानी चाहिए. इस दौरान उन्होंने भारत पर कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप भी लगाया.
इमरान खान:
- इमरान खान का जन्म 25 नवम्बर 1952 को हुआ था.
- वे एक सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं.
- वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, ख़ान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं.
- उन्होंने वर्ष 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेले और वर्ष 1982 से वर्ष 1992 के बीच, आंतरायिक कप्तान रहे.
- वर्ष 1987 के विश्व कप के अंत में, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्हें टीम में शामिल करने के लिए वर्ष 1988 में दुबारा बुलाया गया.
- 39 वर्ष की आयु में इमरान खान ने पाकिस्तान की प्रथम और एकमात्र विश्व कप जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया.
- उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,807 रन और 362 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है, जो उन्हें 'आल राउंडर्स ट्रिपल' हासिल करने वाले छह विश्व क्रिकेटरों की श्रेणी में शामिल करता है.
- इमरान खान ने अप्रैल 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) नाम की एक छोटी और सीमांत राजनैतिक पार्टी की स्थापना की और उसके अध्यक्ष बने.
- उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया.
- इमरान खान ने विश्व भर से चंदा इकट्ठा कर, वर्ष 1996 में शौकत ख़ानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और वर्ष 2008 में मियांवाली नमल कॉलेज की स्थापना में मदद की.
पृष्ठभूमि:
पाकिस्तान के इस बार के आम चुनावों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पीटीआई, नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी पीपीपी के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला था. इसमें इमरान खान की पार्टी ने बाजी मारी है. बता दें कि पाकिस्तान में कुल चार प्रांत हैं. पंजाब, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध। इन चारों प्रांतों में चुनाव हो रहे हैं.
बता दें कि सरकार बनाने के लिए 137 सीटों की जरूरत है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं जिनमें से 272 को सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि शेष 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं.
सुरक्षित चुनाव कराने के लिए देशभर में सेना के 3.70 लाख जवानों के अलावा 4.50 लाख पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे.
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