ओ पन्नीरसेल्वम ने 21 अगस्त 2017 को तमिलनाडू के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की. राजभवन में राज्यपाल विद्यासागर राव ने पनीरसेल्वम को उप मुख्यमंत्री के रूप में और पूर्व मंत्री के पांडियाराजन को संस्कृति मंत्री के रूप में शपथ दिलाई. ओ पनीरसेल्वम को वित्त मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय सौंपा गया है. हालांकि ई पलानीस्वामी मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीसामी और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले एआईएडीएमके के दोनों धड़ों ने लगभग छह महीने बाद विलय हो गया.
दिसंबर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के कुछ समय बाद पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी.
पार्टी प्रमुख जयललिता की मौत के बाद अन्नायद्रमुक तीन गुटों में बंट गई थी. सबसे पहले पार्टी की महासचिव और जेल में सजा काट रहीं वीके शशिकला का पनीरसेल्वम ने विरोध किया था. इसके बाद मुख्यमंत्री पलानीसामी और शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन के भी अलग अलग गुट बन गए थे.
अन्नाद्रमुक में विलय के लिए पनीरसेल्वीम गुट ने तीन शर्तें रखी. इनमें वीके शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से दूर रखना, जयललिता की मौत की न्यायिक जांच और उनके आवास पोस गार्डन को संग्रहालय के रूप में विकसित करना शामिल है.
ओ पन्नीरसेल्वम के बारे में:
• ओ पन्नीरसेल्वम का जन्म 14 जनवरी 1951 को तमिलनाडु में हुआ था.
• ओ॰ पन्नीरसेल्वम एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं.
• वे पूर्व में तमिलनाडू सरकार में वित्त मंत्री थे.
• वे वर्ष 2001 से वर्ष 2002 तक पहली बार तमिलनाडू के मुख्यमंत्री बने.
पृष्ठभूमि:
गौरतलब है कि शशिकला जयललिता की लंबे समय तक दोस्त रहीं और उन्होंने दिसंबर 2016 में उनकी मौत के बाद पार्टी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था. इस दौरान पनीरसेल्वम ने विद्रोह कर दिया. शशिकला की योजनाओं पर उस समय पानी फिर गया जब उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट द्वारा चार साल की सजा सुना दी गई. उन्होंने जेल जाने से पहले नए मुख्यमंत्री के तौर पर पलानीसामी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठा दिया था.
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