केन्द्रीय विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान राज्य मंत्री पीयूष गोयल ने 15 फरवरी 2017 को खनन परिचालनों के लिए पारदर्शी तरीके से वैधानिक मंजूरी सुनिश्चित करने हेतु पारदर्शिता, नीलामी निगरानी एवं संसाधन संवर्धन (ताम्र, टीएएमआरए) पोर्टल और मोबाइल एप शुभारंभ किया.
इसे 12 खनिज समृद्ध राज्यों में एक साथ शुभारंभ किया गया. गोयल ने यह महत्वपूर्ण घोषणा भी की कि सरकार 100 चिन्हित अपतटीय खनिज ब्लॉंकों के लिए खोज एवं खनन लाइसेंस जारी करने में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए खनन नियमों में जल्द ही संशोधन करने पर विचार कर रही है.
‘ताम्र’ का प्रवाह संचित्र इस तरह से है-
खनन क्षेत्र में कारोबार करने में आसानी सुनिश्चित करने के एक हिस्से के तहत पारदर्शिता एवं जवाबदेही बढ़ाने के उद्देश्ये के साथ ‘ताम्र’ भारत में खनन गतिविधियां बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है और इससे समस्त हितधारकों को खनन ब्लॉकों से जुड़ी वैधानिक मंजूरियों की ताजा स्थिति को जानने में मदद मिलेगी.
यह वैधानिक एवं अन्य मंजूरियों की समय सीमा को कम करने की दिशा में सभी हितधारकों के लिए एक परस्पर संवादात्मक प्लेटफॉर्म होगा, क्योंकि इससे उत्पादन शुरू होने से पहले लगने वाले समय को कम करने में मदद मिलेगी.
ताम्र की खासियतों का उल्लेख करते हुए गोयल ने कहा कि किसी मंजूरी की प्राप्ति में देरी होने की स्थिति में ‘ताम्र’ संबंधित प्राधिकरण को सक्रिय करने वाला संदेश (ट्रिगर) भेजेगा, ताकि इसके लिए जवाबदेह माने जाने वाले व्यक्ति या निकाय द्वारा तत्काल सुधारात्म्क कदम उठाये जा सकें.
ताम्र नीलाम की जाने वाली खदानों की ब्लॉक-वार, राज्य-वार एवं खनिज-वार सूचनाओं को कवर करता है, विभिन्न वैधानिक मंजूरियों पर नजर रखता है और ई-नीलामी के जरिये हासिल किये गये अतिरिक्त, संसाधनों पर प्रकाश डालता है.
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