प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में भाग लेने आंध्र प्रदेश के भीमावरम पहुंचे थे. यहां प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीतराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में भाग लिया, साथ ही कांस्य की बनी उनकी प्रतिमा का अनावरण भी किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आंध्र की इस धरती की महान आदिवासी परंपरा को, इस परंपरा से जन्में सभी महान क्रांतिकारियों और बलिदानियों को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं. उन्होंने कहा कि सीताराम राजू गारू की 125वीं जन्मजयंती और रम्पा क्रांति की 100वीं वर्षगांठ को पूरे साल मनाया जाएगा.
Prime Minister Narendra Modi unveiled a bronze statue of freedom fighter Alluri Sitarama Raju, at a special program on his 125th birth anniversary celebrations, in Bhimavaram, Andhra Pradesh. pic.twitter.com/jsEMoVctKM
— ANI (@ANI) July 4, 2022
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने कहा, आजादी का संग्राम केवल कुछ सालों का, कुछ इलाकों का या कुछ लोगों का इतिहास नहीं है. ये इतिहास, भारत के कोने-कोने एवं कण-कण के त्याग, तप और बलिदानों का इतिहास है. उन्होंने कहा, हमारे स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास हमारी विविधता, सांस्कृतिक शक्ति और एक राष्ट्र के रूप में हमारी एकजुटता का प्रतीक है.
पीएम मोदी ने कहा कि अल्लूरी सीताराम राजू के जन्मस्थान का जीर्णोद्धार, चिंतापल्ली पुलिस थाने का जीर्णोद्धार और मोगल्लू में अल्लूरी मंदिर का निर्माण हमारी अमृत महोत्सव भावना का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि सीताराम राजू गारू के जन्म से लेकर उनके बलिदान तक, उनकी जीवन यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणा है.
कौन हैं अल्लूरी सीताराम राजू?
अल्लूरी सीताराम राजू 04 जुलाई 1897 को पैदा हुए एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्हें पूर्वी घाट क्षेत्र में आदिवासी समुदायों के हितों हेतु अंग्रेजों के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए याद किया जाता है. उन्होंने रम्पा विद्रोह का भी नेतृत्व किया तथा स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें "मन्यम वीरुडु" (जंगलों का नायक) कहा जाता था.
उनकी 125वीं जयंती के मद्देनजर, सरकार ने साल भर चलने वाले समारोहों के हिस्से के रूप में कई पहल की योजना बनाई है. इसमें विजयनगरम जिले के पंडरंगी में अल्लूरी सीताराम राजू के जन्मस्थान एवं चिंतापल्ली पुलिस स्टेशन (रम्पा विद्रोह के 100 साल पूरे होने पर) का जीर्णोद्धार, ध्यान मुद्रा में अल्लूरी सीताराम राजू की मूर्ति के साथ मोगल्लू में अल्लूरी ध्यान मंदिर का निर्माण शामिल है.
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