प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर 2016 को नई दिल्ली में भारत स्वच्छता सम्मेलन (इंडोसेन) का उद्घाटन किया. इंडोसेन के उद्घाटन भाषण में मोदी ने कहा कि स्वच्छता अभियान से देशके लोग प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि साफ-सफाई हेतु शहरों और कस्बों में आम जनता के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का विकास हो रहा है.
उन्होंने कहा कि साफ-सफाई हेतु किसी अतिरिक्त बजट की आवश्यकता नही है अपितु इसको आम जनता का आन्दोलन बनाने की आवश्यकता है. सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ-सफाई पुरस्कार भी वितरित किए.
उन्होंने सिंधुदुर्ग जिला (महाराष्ट्र), मंडी जिला (हिमाचल प्रदेश), पुणे, चंडीगढ़ और मैसूर नगर निगम, गंगटोक शहर (सिक्किम), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), सूरत रेलवे स्टेशन, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, विरासत स्थल रानी की वाव, गुजरात और केन्द्रीय विद्यालय एफआरआई देहरादून को पुरस्कार दिया.
भारत स्वच्छता सम्मेलन के बारे में (इंडोसेन)-
• इंडोसेन वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन है. स्वच्छता अभियान में सरकार का सहयोग कर रहे कॉरपोरेट्स, गैर सरकारी संगठनों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, साथी एजेंसियों, सभी हितधारकों को इंडोसेन एक साझा दृष्टिकोण हेतु एक मंच प्रदान करता है.
• इंडोसेन सम्मेलन का उद्देश्य सभी हितधारकों को भारत स्वच्छता मिशन कार्यक्रम के प्रमुख तत्वों की सामूहिक समझ हेतु सामूहिक दृष्टि मंच प्रदान करना और स्वच्छता से सम्बन्धित आपसी विचारों का आदान प्रदान करना है.
• इंडोसेन सम्मेलन में यह निर्धारित किया गया कि वर्ष 2019 तक भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ/ODF) बनाया जाएगा. इसके लिए शौचालयों को व्यक्तिगत निर्माण, क्लस्टर एवं सामुदायिक शौचालयों के निर्माण द्वारा ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के माध्यम और ग्राम पंचायतों के माध्यम से गांवों को स्वच्छ रखा जाएगा.
• इंडोसेन एक मंच है जहां प्रत्येक राज्य भारत को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ/ODF) बनाने हेतु अपने उपयुक्त दृष्टिकोण एक दूसरे से साझा कर सकते हैं.
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