केंद्रीय ऊर्जा मंत्री, आरके सिंह ने 03 जून, 2020 को बिजली के क्षेत्र में अखिल भारतीय रियल-टाइम मार्केट की औपचारिक शुरुआत की. इससे उपभोक्ताओं को डिलीवरी से ठीक एक घंटे पहले बिजली खरीदने की अनुमति मिलेगी.
रियल-टाइम मार्केट (आरएमटी) उपभोक्ताओं, कैप्टिव उपयोगकर्ता और वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को डिलीवरी से ठीक एक घंटे पहले एक्सचेंजों पर बिजली खरीदने में सक्षम बनायेगी. बिजली के क्षेत्र में पैन-इंडिया रियल-टाइम मार्केट की शुरूआत वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इस कदम से भारत की बिजली मार्केट दुनिया की कुछ बिजली मार्केट्स की एक लीग में शामिल हो गई है, जहां रियल-टाइम मार्केट व्यवस्था लागू है.
रियल-टाइम मार्केट क्या है?
इस लॉन्च के दौरान आरके सिंह ने यह उल्लेख किया कि रियल-टाइम मार्केट एक संगठित बाजार मंच है जो खरीदारों और विक्रेताओं को उनकी ऊर्जा आवश्यकताओं को संचालन के वास्तविक समय के करीब पूरा करने में सक्षम बनायेगा.
उन्होंने आगे कहा कि रियल-टाइम मार्केट की शुरूआत प्रणाली में उपलब्ध अधिशेष क्षमता के इष्टतम उपयोग को सुनिश्चित करते हुए वास्तविक समय संतुलन प्रदान करने के साथ मार्केट में आवश्यक लचीलापन लाएगी.
मुख्य विशेषताएं
• 1 जून, 2020 को रात के 12 बजे वितरण करने के लिए 31 मई, 2020 को रात 10.45 बजे पावर एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड (PXIL) और इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के बीच रियल-टाइम मार्केट की शुरुआत की गई.
• रियल-टाइम मार्केट बिजली मार्केट की गतिशीलता बनाये रखने में सक्षम होगी क्योंकि यह नीलामी हर 30 मिनट में आयोजित की जाएगी. एक दिन में नीलामी के कुल 48 सत्र होंगे.
• डिस्कॉम के लिए प्रस्तावित रियल-टाइम मार्केट प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बड़े बाजारों तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक तंत्र प्रदान करेगा.
• नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर - POSOCO बिजली एक्सचेंजों के साथ समन्वय करके आवश्यक स्वचालन को सरल बना रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि रियल-टाइम फ्रेम वर्क में तीव्र लेनदेन और निपटन की सुविधाएं हैं.
• इससे कुशल बिजली खरीद शेड्यूलिंग, योजना, असंतुलन से निपटने और प्रेषण (डिस्पैच} के साथ उपयोग द्वारा बेहतर पोर्टफोलियो प्रबंधन को भी बढ़ावा मिलेगा.
नवीकरणीय ऊर्जा का सरकारी लक्ष्य:
वर्ष 2022 तक भारत सरकार के 175 GW अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अखिल भारतीय त्वरित नवीकरणीय ऊर्जा अभियान चल रहा है.
बिजली मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, रियल-टाइम मार्केट अक्षय ऊर्जा उत्पादन की परिवर्तनशील प्रकृति के कारण ग्रिड प्रबंधन की चुनौतियों को कम करने में मदद करेगी और इसलिए, इससे अक्षय ऊर्जा स्रोतों की उच्च मात्रा को ग्रिड में एकीकृत करने में मदद मिलेगी.
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