राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 31 मार्च 2017 को नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्व का गुवाहाटी, असम में शुभारंभ किया.
भरलुमुख, गुवाहाटी में नदी के किनारे शानदार उद्घाटन समारोह के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
नमामी ब्रह्मपुत्र की मुख्य विशेषताएं:
• नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्व की कल्पना राज्य सरकार ने राज्य के विभिन्न समुदायों के बीच संबंध को मजबूत बनाने के लिए की थी.
• यह महोत्सव सदिया से धुबरी तक, ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर बसे राज्य के 21 जिलों में मनाया गया.
• महोत्व के दौरान, व्यापार, पर्यटन औऱ सांस्कृतिक अवसरों में असम की क्षमता को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया गया.
• 5 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में स्वदेशी खेलों, स्थानीय व्यंजनों, ऑर्गेनिक चाय की प्रदर्शनी, हैंडलूम और हस्तशिल्प का प्रदर्शन, सांस्कृतिक शामें, फिल्म महोत्सव, व्यापार बैठक और संगोष्ठी जैसे अन्य कार्यक्रमों के साथ ब्रह्मपुत्र नदी का भक्तिपूर्ण पूजन भी शामिल है.
• महोत्सव का समापन भी 4 अप्रैल 2017 को शानदार तरीके से किया जाएगा.
असम के लिए ब्रह्मपुत्र नदी का आर्थिक महत्व:
• असम की जीवनरेखा कही जाने वाली ब्रह्मपुत्र कारोबार के अभूतपूर्व अवसर प्रदान करता है.
• राष्ट्रीय जलमार्ग खासकर NW 2 और NW16, आर्थिक विकास और समृद्धि के संचालक हैं.
• धुबरी से सदिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग 2 (NW-2) भारत के 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' के हिस्से के तौर पर दक्षिणपूर्व एशियाई बाजारों में आर्थिक प्रगति को संचालित करने वाला सेतु है.
• ये जलमार्ग असम को न सिर्फ भारत– आसियान सहयोग का केंद्र बनाएंगे बल्कि दुनिया भर से प्रमुख निवेशों को भी आकर्षित करेंगे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation