अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवरों को दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान हेतु चार भारतीय-अमेरिकियों का चयन किया. विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षेत्र का यह सम्मान पेशेवरों को उनके शोध करियर के आरंभिक चरण में प्रदान किया जाता है.
यह सम्मान ऐसे पेशेवरों को प्रदान किया जाता है जो नवाचार के माध्यम से अमेरिका को विश्व में अन्य देशों की तुलना में एक कदम आगे रखने में मदद करते हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राष्ट्रपति पुरस्कार हेतु अमेरिका में 102 वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की सूची जारी की है.
इन चार भारतीय-अमेरिकियों का नाम बभी 102 वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की इस सूची में सम्मिलित है, इन चार भारतीय-अमेरिकियों सहित प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवॉर्डस फॉर साइंटिस्ट्स ऐंड इंजीनियर्स (पीईसीएएसई) सम्मान प्रदान किया जाएगा.
इन चार भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों के नाम मांटक्लेयर स्टेट यूनिवर्सिटी के पंकज लाल, नॉर्थइर्स्टन यूनिवर्सिटी के कौशिक चौधरी, माउंट सिनाई के इकान स्कूल ऑफ मेडिसीन के मनीष अरोड़ा और लॉस एंजिलिस स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की आराधना त्रिपाठी हैं.
पंकज लाल के बारे में-
- पंकज लाल मोंटक्लेयर, राज्य विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं.
- वह पीएसईजी (PSEG) संस्थान के विभाग पृथ्वी और पर्यावरण अध्ययन में एसोसिएट डायरेक्टर भी हैं.
- मोंटक्लेयर, राज्य विश्वविद्यालय में एसोसिएट निदेशक के रूप में वह फंड, अनुदान और अनुसंधान प्रभारी हैं.
प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवॉर्डस फॉर साइंटिस्ट्स ऐंड इंजीनियर्स (पीईसीएएसई) के बारे में-
- प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवॉर्डस फॉर साइंटिस्ट्स ऐंड इंजीनियर्स (पीईसीएएसई) सम्मान का शुभारम्भ पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में वर्ष 1996 में किया गया.
- विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवरों को शोधार्थियों के स्वतंत्र रिसर्च करियर के शुरूआती चरणों में अमेरिकी सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान है.
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के अनुसार देश के बेहतरीन वैज्ञानिक और इंजीनियर प्रभावशाली कार्य हेतु बधाई के पात्र हैं. ये इनोवेटर्स अमेरिका को एक कदम आगे रखने की दिशा में मदद कर रहे हैं.
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