Nepal’s new PM: पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' तीसरी बार बने नेपाल के प्रधानमंत्री, ढाई साल बाद ओली होंगे पीएम
नेपाल में एक नए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद, सीपीएन-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए है. नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और निवर्तमान पीएम शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व वाले पांच-पार्टी गठबंधन से बाहर निकलने के बाद 'प्रचंड' के पीएम बनने का रास्ता साफ हुआ.

Nepal’s new PM: नेपाल में एक नए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद, सीपीएन-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए है. राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के तहत प्रचंड को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया है.
नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और निवर्तमान पीएम शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व वाले पांच-पार्टी गठबंधन से बाहर निकलने के बाद 'प्रचंड' के पीएम बनने का रास्ता साफ हुआ.
पिछले महीने हुए नेपाल के जनरल इलेक्शन में किसी भी पार्टी को स्पष्ठ बहुमत नहीं मिला था. नेपाली कांग्रेस 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. सीपीएन-UML और सीपीएन-एमसी क्रमशः 78 और 32 सीटें मिली थी.
CPN (Maoist Centre) Chairman Pushpa Kamal Dahal 'Prachanda' becomes #Nepal Prime Minister for the 3rd time.
— All India Radio News (@airnewsalerts) December 25, 2022
President Bidya Devi Bhandari appointed him as PM after Prachanda submitted signatures of MPs including CPN (UML), Maoist Center & Rashtriya Prajatantra Party to President pic.twitter.com/MZu6GjgvSp
'प्रचंड' गठबंधन, हाइलाइट्स:
नए गठबंधन में सीपीएन-UML के 78, माओवादी सेंटर के 32, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के 20, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के 14, जनता समाज पार्टी के 12, जनमत पार्टी के 6, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के 04 सांसद और तीन निर्दल सदस्य शामिल है.
प्रचंड को 275 सदस्यीय वाली सभा में 169 सांसदों का समर्थन प्राप्त है. सरकार बनाने के लिए 275 मेम्बर वाली संसद सभा में 138 सीटों की आवश्यकता थी.
प्रचंड, सीपीएन-UMLके अध्यक्ष के पी शर्मा ओली, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के प्रेसिडेंट राजेंद्र लिंगडेन, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) के अध्यक्ष रवि लामिछाने सहित अन्य नेताओं के समर्थन के साथ राष्ट्रपति कार्यालय पहुंचकर नई सरकार बनाने का दावा किया.
नेपाली कांग्रेस पार्टी 89 सीटों के साथ अब मुख्य विपक्षी दल होगी. वर्ष 2008 में 239 साल पुराने राजशाही तंत्र के समाप्त होने के बाद से नेपाल में यह 10वां सरकार परिवर्तन है.
रोटेशन सिस्टम के आधार पर प्रचंड और ओली होंगे पीएम:
नए गठबंधन में दो बड़े दलों के बीच, रोटेशन सिस्टम के आधार पीएम बनने की बात तय हुई है जिसके तहत प्रचंड और ओली के बीच समझौता हुआ है. ओली इस समझौते के तहत प्रचंड को पहले प्रधानमंत्री बनाने पर सहमत हुए थे. प्रचंड ढाई साल तक सरकार का नेतृत्व करेंगे और बाकी के ढाई साल में सीपीएन-UML सरकार का नेतृत्व करेगी.
पीएम मोदी ने दी बधाई:
पीएम मोदी ने, 'प्रचंड' के नेपाल का पीएम बनने के ने बाद बधाई दी है. उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि ''भारत और नेपाल के बीच अद्वितीय संबंध गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव और गर्मजोशी से लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है. मैं इस दोस्ती को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं''.
Warmest congratulations @cmprachanda on being elected as the Prime Minister of Nepal. The unique relationship between India & Nepal is based on deep cultural connect & warm people-to-people ties. I look forward to working together with you to further strengthen this friendship.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2022
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