भारत की पहली रीजनल ट्रेन सर्विस रैपिडएक्स (RAPIDX) का परिचालन इस महीने में शुरू होने जा रहा है, इसका परिचालन पहले 17 किलोमीटर के सेक्शन पर शुरू किया जायेगा. यह ट्रेन सेवा पांच स्टेशनों साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो से होकर गुजरेगी.
यह सेक्शन दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) प्रोजेक्ट का भाग है, आरआरटीएस पर ट्रेनों के लिए अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की होगी.
We are happy to share that Commissioner for Metro Rail Safety (CMRS), Government of India, has approved the operation of #RAPIDX service on the Priority Section of Delhi-Meerut corridor. @ADB_HQ @NDB_int @AIIB_Official @WorldBank @ut_MoHUA #GatiShakti #NewIndia #MakeInIndia pic.twitter.com/aJ0RReYxFA
— National Capital Region Transport Corporation Ltd. (@officialncrtc) June 27, 2023
जल्द ही किया जायेगा विस्तार:
प्रायोरिटी सेक्शन के साथ, साहिबाबाद और मेरठ साउथ स्टेशन के बीच 42 किलोमीटर के वायाडक्ट का भी काम पूरा हो गया है. बिजनेस डेली की रिपोर्ट के अनुसार, दुहाई डिपो के बाद मुरादनगर, मोदी नगर दक्षिण, मोदी नगर उत्तर और मेरठ दक्षिण का 25 किमी लंबे सेक्शन को भी जल्द ही शुरू किया जायेगा.
महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था:
रैपिडएक्स में हर ट्रेन में महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था की गयी है. दिल्ली से मेरठ की दिशा में चलते समय, ट्रेन सेट का दूसरा कोच, यानी प्रीमियम कोच के ठीक बाद महिला कोच होगा, जबकि मेरठ से दिल्ली जाते समय यह ट्रेन का दूसरा आखिरी, यानी प्रीमियम कोच से ठीक पहले वाला कोच महिलाओं के लिए होगा.
रैपिडएक्स, हाइलाइट्स:
महिलाओं के लिए रिज़र्व कोच में 72 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. प्लेटफ़ॉर्म स्तर पर और ट्रेन के दरवाज़ों पर इन कोचों की पहचान करने के लिए उचित संकेत भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
इन ट्रेनों का नाम RAPIDX इसलिए रखा गया है कि इनको विभिन्न भाषाओं में पढ़ना और बोलना आसान है. इसकी गति को दर्शाने और अगली पीढ़ी की तकनीक और नए युग की गतिशीलता के लिए 'एक्स' का उपयोग किया गया है.
एक अनुमान के आधार पर इससे प्रतिदिन लगभग 800,000 यात्री सफ़र करेंगे. इतनी अधिक भीड़ के बावजूद, यात्रा राजस्व सीमित रहने की उम्मीद है. एनसीआरटीसी विनियमित किरायों के कारण वित्तीय चुनौतियों से निपटने के लिए विज्ञापन के तरीकों की तलाश में है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सेमी-हाई स्पीड रीजनल ट्रेन सर्विस एनसीआरटीसी द्वारा विकसित की जा रही है, जो दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों के साथ केंद्र का एक जॉइंट प्रोजेक्ट है.
पीएम मोदी कर सकते है इसका उद्घाटन:
दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का विकास राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के तहत किया जा रहा है. एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार इसका उद्घाटन पीएम मोदी द्वारा किया जा सकता है. साथ ही इसके परिचालन के लिए जरुरी सुरक्षा मानक की मंजूरी मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से मिल गई है.
जून 2019 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट:
दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम पर निर्माण कार्य जून 2019 में शुरू कर दिया गया था. इसका निर्माण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य पूरे 82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ खंड को चालू करना है.
यह प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 30,274 करोड़ रुपये है. एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी), एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) और न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) इस प्रोजेक्ट को फाइनेंस कर रहे है.
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