रिजर्व बैंक ने 9 अगस्त 2016 को वर्ष 2016-17 की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा जारी किया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने ऋण एवं मौद्रिक नीति की तीसरी द्विमासिक एवं अपनी अंतिम मौद्रिक समीक्षा को जारी करते हुए कहा कि घरेलू और वैश्विक हालात को देखते हुए ब्याज दरों को स्थिर रखा गया है.
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखी है. इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट 6.0 प्रतिशत और नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) को भी 4.0 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है. बैंक दर 7.0 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर 7.0 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है.
रिवर्स रेपो पर ही बैंक अपना पैसा आरबीआई के पास रखते हैं. जून 2016 में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 22 महीने के उच्चतम स्तर 5.8 प्रतिशत पर पहुंच गई.
आरबीआई ने वद्धि के संबंध में सकल मूल्यवर्द्धन (जीवीए) के आधार पर अपना अनुमान 7.6 प्रतिशत पर यह कहते हुए बरकरार रखा कि अनुकूल मानसून से कषि वद्धि तथा ग्रामीण मांग में बढ़ोतरी और सातवें वेतन आयोग के कार्यान्वयन के मददेनजर खपत बढ़ने से इसमें मदद मिलेगी. मानसूनी वर्षा फिल हाल औसत से 3 प्रतिशत अधिक है.
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