संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा हाल ही में ब्राज़ील के शहर रियो डी जेनेरियो को वास्तुकला की वैश्विक राजधानी-2020 घोषित किया गया.
यह घोषणा यूनेस्को के सहायक महानिदेशक एर्नेस्तो ओटोन आर, अंतरराष्ट्रीय वास्तुकला संघ के अध्यक्ष थॉमस वोनिएर एवं रियो की म्युनिसिपल सेक्रेटरी वेरेना विसेंती द्वारा 18 जनवरी 2019 को की गई.
घोषणा का महत्व
• इस ख़िताब का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में वास्तुकला स्मारकों को संरक्षित करना है जिसके तहत उन शहरों का चुनाव किया जायेगा जिसने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है.
• वास्तुकला की वैश्विक राजधानी घोषित होने के बाद रियो डी जेनेरियो विभिन्न कार्यक्रमों और विकास कार्यों से संस्कृति और वास्तुकला को संरक्षित करने के उपायों को दिखाएगा.
• इस माध्यम से विश्व में संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, शहरी नियोजन और वास्तुकला के दृष्टिकोण से वैश्विक चर्चा को बल प्राप्त होगा.
रियो डी जेनेरियो के बारे में जानकारी
• रियो डी जेनेरियो शहर करीब दो शताब्दियों तक ब्राजील की राजधानी बना रहा, 1763 से 1822 तक पुर्तगाली औपनिवेशिक काल के दौरान और फिर 1822 से 1960 तक ब्राजी़ल के एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप मे उदय के बाद.
• रियो डी जेनेरियो अपनी प्राकृतिक अवस्थिति, अपने कार्निवल उत्सव - साम्बा और अन्य संगीत तथा समुद्री तटों के कारण भी आकर्षण का कारण है.
• समुद्र तट के अलावा यहां के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में शामिल हैं कोरकोवाडो पर्वत पर स्थित ईसा मसीह की विशाल मूर्ति - क्राईस्ट द रीडिमर.
• वर्ष 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी रियो डी जेनेरियो में आयोजित हुए. यह खेल आयोजित करने वाला यह दक्षिण अमेरिकी का पहला शहर है.
• रियो डी जेनेरियो विश्व के सबसे बड़े शहरी वन क्षेत्र के लिए भी प्रसिद्ध है.
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