सऊदी अरब में 04 मार्च 2018 को पहली बार महिलाओं के लिए मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है. इसे सऊदी अरब के आधुनिकीकरण और खेलों के लिए महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है.
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में छह अप्रैल को एक और महिला मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा. सऊदी अरब में सुधारवादी अभियान जारी है. इस दौरान महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए नए-नए कानून लाए जा रहे हैं.
उद्देश्य:
महिलाओं के लिए खेल के प्रति रुचि जगाने के लिए यह दौड़ आयोजित की गई थी.
महिला मैराथन प्रतियोगिता से संबंधित मुख्य तथ्य:
• सऊदी अरब के अल-अहसा प्रांत में मैराथन प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें महिलाओं को बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
• इस प्रतियोगिता में मैराथन दौड़ तीन किलोमीटर का था.
• मैराथन में अमेरिका, थाईलैंड और अन्य देशों की महिलाओं सहित 1500 महिलाओं ने भाग लिया.
• सऊदी अरब की मिज्ना अल-नासर ने अलग-अलग देशों के उनके प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ मैराथन में प्रथम स्थान का पदक जीता.
• मैराथन दौड के दौरान अपनी पारंपरिक इस्लामी पोशाक में नजर आई महिलाओं में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह दिखाई पड़ा.
पृष्ठभूमि:
सऊदी अरब अपनी रूढ़िवादी परंपराओं और रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता रहा है. सऊदी अरब में महिलाओं के संबंध में नई - नई चीजो की आजादी का क्रम जारी है सऊदी अरब में जहां महिलाओं को पहले कई सामाजिक मुद्दों से दूर रखा गया वहाँ आज महिलाओं को खुली स्वतंत्रता दी जारी है.
हालांकि इससे पहले पहली बार महिलाओं को पुरुष फुटबॉल मैच देखने के लिए स्टेडियम में प्रवेश करने की इजाजत दी गई थी. इसके अलावा अब सउदी महिला अपने पति या पुरुष रिश्तेदार की सहमति के बिना भी अपने स्वयं के व्यवसाय खोल सकते हैं.
सऊदी अरब की सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए स्वतंत्र रूप से आवेदन करने के लिए महिलाओं पर ड्राइविंग प्रतिबंध हटा दिया था. अब तक यहां की महिलाओं को गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं थी. सऊदी अरब में की महिलाओं ने पहली बार 2012 के ओलंपिक गेम्सं में हिस्सा लिया था. इसके अलावा दिसंबर 2015 में सऊदी अरब ने पहली बार महिलाओं को वोटिंग का अधिकार दिया था.
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