शशि शेखर समिति अगस्त 2016 के तीसरे सप्ताह में चर्चा में रही क्योंकि इस समिति ने श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ़ लिविंग (एओएल) द्वारा आयोजित वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल की रिपोर्ट राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) को सौंपी.
इस रिपोर्ट में समिति ने वर्ल्ड कल्चर फेस्टिवल द्वारा यमुना को हुए नुकसान के बारे में जानकारी प्रदान की है.
यह कार्यक्रम एओएल द्वारा मार्च 2016 में यमुना नदी के किनारे आयोजित कराया गया था.
इस समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कार्यक्रम से यमुना नदी एवं इसके तराई के क्षेत्र को नुकसान हुआ है.
पृष्ठभूमि
• इस पांच सदसीय समिति का गठन राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा किया गया ताकि कार्यक्रम द्वारा क्षेत्र के पारिस्थितिक तंत्र को हुए नुकसान का पता लगाया जा सके.
• इस समिति की अध्यक्षता जल संसाधन मंत्रालय के सचिव शशि शेखर एवं राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञ सदस्यों को शामिल किया गया.
• इस समिति को 45 दिनों में पर्यावरण को हुए नुकसान का आकलन करने तथा उसकी भरपाई के लिए होने वाले व्यय का ब्योरा देने के लिए कहा गया.
• अब तक एओएल द्वारा दिल्ली सरकार के पास 4.75 करोड़ रुपये बतौर पर्यावरण सांत्वना राशि के रूप में जमा कराये जा चुके हैं.
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