मानव अनुसंधान विकास मंत्रालय द्वारा हाल ही में अकादमिक और अनुसंधान सहयोग संवर्द्धन योजना (SPARC) के तहत आईआईटी मंडी के लिए सात अनुसंधान प्रस्तावों का चयन किया गया है. इस योजना के तहत आईआईटी में विभिन्न शोध और कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
अनुसंधान परियोजनाओं में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- ऊर्जा और सतत् जल उपलब्धता,
- उन्नत सेंसर, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार,
- संक्रामक रोग और नैदानिक अनुसंधान,
- मानविकी और सामाजिक विज्ञान,
- नैनो प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग,
- उन्नत कार्यक्षमता और मेटा मैटेरियल
- मूलभूत विज्ञान
स्पार्क (SPARC) योजना क्या है?
इस योजना के तहत 600 संयुक्त शोध प्रस्ताव दो वर्षों के लिये दिये जाएंगे, ताकि कक्षा संकाय में सर्वोत्तम माने जाने वाले भारतीय अनुसंधान समूहों और विश्व के प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रख्यात अनुसंधान समूहों के बीच उन क्षेत्रों में शोध संबंधी सुदृढ़ सहयोग संभव हो सके.
देश के लिये उभरती इसकी प्रासंगिकता और अहमियत के आधार पर ‘स्पार्क’ के तहत सहयोग हेतु पाँच महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों (मौलिक शोध, प्रभाव से जुड़े उभरते क्षेत्र, सामंजस्य, अमल-उन्मुख अनुसंधान और नवाचार प्रेरित) के साथ-साथ प्रत्येक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र के अंतर्गत उप-विषय से संबंधित क्षेत्रों की भी पहचान की गई है.
उद्देश्य
स्पार्क योजना का उद्देश्य भारतीय संस्थानों और विश्व के सर्वोत्तम संस्थानों के बीच अकादमिक एवं अनुसंधान सहयोग को सुगम बनाकर भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान परिदृश्य को बेहतर बनाना है. समाज की प्रगति के लिये सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान अनिवार्य है और इस कार्यक्रम के अंतर्गत किये गए अनुसंधान का इस्तेमाल उन समस्याओं के समाधान के लिये किया जाएगा, जिनका सामना समाज को करना पड़ रहा है.
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