देश में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त कार निर्माण हेतु टाटा मोटर्स ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ समझौता करने की घोषणा की. समझौता कार के भीतर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुभव में सुधार हेतु किया गया है. भारत में इस तरह की पहल करने वाली टाटा मोटर्स पहली कंपनी है.
यह टाटा मोटर्स कंपनी की तरफ से यात्री कार के क्षेत्र में उत्पाद की रणनीति में फेरबदल का हिस्सा है. इसके बाद टाटा मोटर्स कंपनी तकनीकी दिग्गज मसलन गूगल व उबर से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा से खुद को सुरक्षित कर सकेगी.
टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व एमडी गुंटर बट्सचेक के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट की एजर इंटेलिजेंट क्लाउड पर मौजूद कनेक्टेड व्हीकल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं.
उपभोक्ताओं को लाभ-
• इससे कम्पनी के ग्राहकों को कार में डिजिटल सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी.
• कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की कनेक्टेड व्हीकल टेक्नोलॉजी का प्रयोग कृत्रिम बुद्धिमता, मशीन लर्निंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की क्षमता के साथ करेगी.
• रेनो-निसान के साथ ऐसी ही साझेदारी के ऐलान के समय माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल तकनीकी प्लेटफॉर्म की घोषणा की.
तकनीकी प्लेटफॉर्म के बारे में-
• यह तकनीकी प्लेटफॉर्म माइक्रोसॉफ्ट अजूरे से लैस है और यह एक क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा है, जो माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से प्रबंधित डेटा सेंटर के ग्लोबल नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न ऐप्लिकेशन तैयार होते हैं, उसकी तैनाती होती है और इसका प्रबंधन किया जाता है.
• टोयोटा व फोर्ड समेत अन्य वैश्विक वाहन कंपनियों के साथ भी तकनीकी युक्त नये उत्पादों के विकास हेतु माइक्रोसॉफ्ट का गठजोड़ है.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के अध्यक्ष अनंत माहेश्वरी के अनुसार वर्ष 2020 तक नयी कारों का 90 फीसदी कनेक्टेड होगा. इंटरनेट ऑफ थिंग्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग तकनीकों का इस्तेमाल कर हम भारत व दुनिया भर के वाहन चालकों को सुरक्षित, उत्पादकता से भरपूर और बेहतर अनुभव उपलब्ध करायेंगे.
टाटा मोटर्स ने घोषणा की है कि बेहतर अनुभव वाला पहला वाहन मार्च, 2017 में जिनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में पेश किया जायेगा. यह प्लेटफॉर्म कार की स्थिति पर समयबद्ध अलर्ट मुहैया करायेगा, ताकि सुनिश्चित हो कि इसका सही तरीके से रखरखाव किया गया है.
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