टाटा संस ने पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को टाटा समूह का वैश्विक कॉरपोरेट मामलों का अध्यक्ष नियुक्त किया है. टाटा द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि जयशंकर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को रिपोर्ट करेंगे.
नई भूमिका में एस जयशंकर टाटा समूह के वैश्विक कॉरपोरेट मामलों तथा अंतरराष्ट्रीय रणनीति विकास का काम देखेंगे. टाटा संस के अंतरराष्ट्रीय कार्यालय उन्हें रिपोर्ट करेंगे.
इस वर्ष 28 जनवरी को सेवानिवृत हुए जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नौकरशाहों के लिए निर्धारित 'कूलिंग ऑफ पीरियड' से छूट के लिए पत्र लिखकर गुजारिश की थी.
कूलिंग ऑफ पीरियड क्या है?
कूलिंग ऑफ पीरियड वह वक्त होता है जिसके अंदर कोई सेवानिवृत ब्यूरोक्रेट किसी वाणिज्यिक संस्थान को जॉइन नहीं कर सकता है. केंद्र सरकार ने दिसंबर 2015 में नौकरशाहों के लिए कूलिंग ऑफ पीरियड की अवधि आधी कर एक साल कर दी थी. केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के नियम के अनुसार, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स के लिए सरकारी सेवा से हटने के बाद सिर्फ एक साल के अंदर प्राइवेट कंपनियां जॉइन करने से पहले केंद्र सरकार से अनुमति लेना अनिवार्य रह गया है.
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एस जयशंकर के बारे में
• एस जयशंकर का जन्म दिल्ली में हुआ जहां उन्होंने एयरफोर्स स्कूल से स्कूली शिक्षा हासिल की.
• दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक करने के बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की.
• भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में एस जयशंकर का चयन 1977 में हुआ.
• विदेश सेवा में उनका 36 साल का अनुभव है. 2001 से 2004 तक वे चेक गणराज्य में भारत के राजदूत रह चुके हैं.
• उन्हें चीन में सबसे लंबे वक्त तक तैनात रहने वाले भारतीय राजदूत के रूप में जाना जाता है. भारत और चीन के बीच आर्थिक सहयोग सुधारने और सीमा मतभेद कम करने में उनकी भूमिका रही है.
• सुब्रह्मण्यम जयशंकर सितंबर 2013 से अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त थे. दिसंबर 2013 में उन्होंने अमेरिका में भारतीय राजदूत का कार्यभार संभाला.
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