पूर्वी दिल्ली के ऐतिहासिक ‘तीन मूर्ति चौक’ का नाम बदलकर इजराइली शहर हाइफा के नाम पर ‘तीन मूर्ति हाइफा चौक’ रखा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 14 जनवरी 2018 को तीन मूर्ति चौक का नाम तीन मूर्ति हाइफा चौक करने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
दोनों नेताओं ने स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाया और वहां रखी आगंतुक पत्रिका पर हस्ताक्षर भी किया. जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजराइल यात्रा के दौरान नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने तीन मूर्ति मार्ग और चौक का नाम हाइफा के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा था.
हाइफा: मुख्य तथ्य
• प्रथम विश्व युद्ध के दौरान (1914-1918) भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी ने अद्वितीय साहस का परिचय देते हुए इजरायल के हाइफा शहर को आजाद कराया था.
• इस युद्ध में भारत के 44 सैनिक शहीद हुए थे.
• भारत के तीन स्थानों (जोधपुर, हैदराबाद और मैसूर) से इजरायल में भेजे गए सैनिकों के नाम पर तीन मूर्ति चौक का नाम रखा गया था.
• वर्तमान समय तक 61वीं कैवलरी ब्रिगेड 23 सितंबर को स्थापना दिवस या ‘हाइफा दिवस’ मनाती है.
• इजरायल की सरकार आज तक हाइफा, यरुशलम, रमल्लाह और ख्यात के समुद्री तटों पर बनी 900 भारतीय सैनिकों की समाधियों की अच्छी तरह देखरेख करती है.
पृष्ठभूमि:
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देने के लिए नई दिल्ली पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकॉल को तोड़कर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का स्वागत किया. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वर्ष 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन की यात्रा के बाद भारत का दौरा करने वाले इजरायल के पहले प्रधानमंत्री हैं. भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू दिल्ली, आगरा, अहमदाबाद और मुंबई जाएंगे. उनके साथ एक कारोबारी शिष्टमंडल भी भारत आए है.
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