केंद्र सरकार ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारतीय हथकरघे के उत्पादों को लोकप्रिय बनाने हेतु 10 मई 2016 को उद्योग भवन में एनडीटीवी एथनिक रिटेल लिमिटेड के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए.
समझौते पर हस्ताक्षर एनडीटीवी एथनिक रिटेल लिमिटेड के चीफ इनोवेशन ऑफिसर अनीस नैय्यर और विकास आयुक्त (हथकरघा) आलोक कुमार ने किए.
समझौते के लाभ व उद्देश्य -
- समझौतेके तहत युवाओं के लिए फैशनेबल उत्पादों के तौर पर भारतीय हथकरघों से बनाए गए कपड़ों को लोकप्रिय बनाया जाएगा.
- यह समझौता तीन साल के लिए किया गया है.
- भारत सरकार और एनडीटीवी मिलकर इंडियनरूट्स फैशन एक्सलेरेटर (आईएफए) नाम की परियोजना शुरू करेंगे और इसे समर्थन देंगे.
- यह परियोजना एनडीटीवी के समर्थन से चलेगी..
- इसके तहत फैशन उद्योग में नये और अनोखे उपक्रमों और प्रतिभाओं को बढ़ावा दिया जाएगा.
- सरकार इसके तहत परियोजनाओं को शुरूआती समर्थन और उनके उत्पादों को प्रोमोट करेगी.
- भारतीय हथकरघा ब्रांड ऐसे उत्पाद मुहैया कराएगा जहां फैशन जगत के पेशेवर बुनकर सेवा केंद्रों और हथकरघा कलस्टर जैसी सुविधाओं का फायदा उठा सकेंगे.
- इस प्रयास से फैशन डिजाइनर संगठित तौर पर हथकरघा सेक्टर से जुड़ जाएंगे.
- इस प्रयास से हमें पारम्परिक हथकरघे से बने कपड़ों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी
इंडिया हैंडलूम ब्रांड के बारे में-
- इंडिया हैंडलूम को 7 अगस्त, 2015 को पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लांच किया था.
- इसका उद्देश्य कच्ची सामग्री, प्रसंस्करण, बुनाई, डिजाइन और अन्य पैमानों समेत हथकरघा उत्पादों के सभी गुणवत्ता मानकों में सुधार करना तथा इसके सामाजिक और पर्यावरण कर्तव्यों का भी निर्वहन करना है.०
- मुख्य उद्देश्य उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ानी है, ताकि नये डिजाइन और गुणवत्ता से ग्राहकों का विश्वास जीता जा सके.
- इंडिया हैंडलूम ब्रांड के तहत ऐसे उत्पाद बनाए जाएं, जिसमें बिल्कुल भी कमी न हो और इसका पर्यावरण पर भी असर न पड़े.
- पहली अप्रैल, 2016 तक इस ब्रांड के तहत 170 हथकरघा उत्पाद एजेंसियों और उद्यमों को रजिस्ट्रेशन दिया जा चुका है.
- इसके तहत कुछ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और शीर्ष रिटेल स्टोरों को भी शामिल किया गया है, ताकि वे इंडिया हैंडलूम ब्रांड के उत्पादों की मार्केटिंग कर सकें.
इसकी वेबसाइट- http://www.indiahandloombrand.gov.in/ है.

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