एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने 22 जुलाई 2021 को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर कभी भी आ सकती है. एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने 22 जुलाई 2021 को कहा कि भारत में सितंबर-अक्टूबर में कोविड-19 की तीसरी लहर आ सकती है.
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर पूरे देश में चिंता है. वहीं कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए डॉ. रणदीप गुलेरिया ने सावधान किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर से इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन, सावधानी, सोशल डिस्टेसिंग, मास्क और वैक्सीनेशन के जरिए इससे बचा जा सकता है.
सीरो सर्वे के नतीजों का विश्लेषण
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने सीरो सर्वे के नतीजों का ही विश्लेषण करते हुए कहा कि देश में अभी भी बड़ी संख्या में लोग टीका लगवाने से हिचक रहे हैं. ऐसे लोगों ने न तो टीका लगवाया है और न ही वे संक्रमित हुए हैं. ये लोग अतिसंवेदनशील बन जाते हैं. इसलिए सीरो सर्वे के नतीजों का सामान्यीकरण नहीं किया जा सकता कि यह दो तिहाई आबादी पूरे भारत की है.
तीसरी लहर से बच्चों को कितना खतरा?
सीरो सर्वे के मुताबिक भारत के 50 प्रतिशत बच्चों में पाई गई एंटीबॉडीज़ को लेकर डॉ. गुलेरिया ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा था कि तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी क्योंकि वह अतिसंवेदनशील हैं और उनके लिए अभी कोई वैक्सीन भी नहीं है. ऐसे में मामलों के बढ़ने पर उनपर खतरा बढ़ जाएगा क्योंकि वयस्कों का टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है. लेकिन सीरो सर्वे के नतीजों ने इस बात को गलत साबित किया है. बच्चों को काफी हद तक संक्रमण हुआ लेकिन उन्हें हल्का संक्रमण था जिससे वह जल्दी ही उबर गए.
डॉ. गुलेरिया ने बताया कि जब बच्चों में एंटीबॉडी देखी गईं तो उनमें यह 60 प्रतिशत था. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि जब हमने टीके के लिए ट्रायल शुरू किया तो 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे जो स्वयं टीकाकरण के लिए आए और स्वेच्छा से आए, जब हमने एंटीबॉडी के लिए उनका परीक्षण किया, तो उनके पास पहले से ही एंटीबॉडी थे. पहली और दूसरी लहर में, हमने पाया कि बहुत कम बच्चे गंभीर कोविड संक्रमण के चलते भर्ती हुए; उनमें से अधिकांश को हल्की बीमारी थी और वे ठीक हो गए. उन्होंने कहा कि इसलिए मुझे नहीं लगता कि आने वाली लहर में बच्चों को गंभीर संक्रमण होगा.
तीसरी लहर कब आएगी?
सीबीआई के सर्वे के अनुसार सितंबर से अक्टूबर तक कोविड की तीसरी लहर आने का अनुमान है. गुलेरिया ने तीसरी लहर के आने पर कहा कि मुझे लगता है कि सितंबर या अक्टूबर तक तीसरी लहर आ सकती है क्योंकि हम देखें कि चीजें कैसे व्यवहार करती हैं. उन्होंने कहा कि प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं और साथ ही, हम देख रहे हैं कि लोग बहुत यात्राएं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हालांकि हमने देखा है कि मामले कम हो गए हैं अब देश में एक दिन में लगभग 30 हजार मामले आ रहे हैं जो कभी 4 लाख आ रहे थे. लेकिन अगर आप इसकी पहली लहर से तुलना करके देखते हैं, तो संख्या अभी भी अधिक है और हम अभी ये नहीं कह सकते हैं कि दूसरी लहर खत्म हो गई है.
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