टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 09 अगस्त 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
जलवायु परिवर्तन 2021 रिपोर्ट: 2006 के बाद गंभीर हुआ गर्म हवाओं का प्रभाव
रिपोर्ट के मुताबिक साल 1980 के बाद से समुद्र की ओर से उठने वाली हीटवेव यानि गर्म हवाओं का सिलसिला तेज हो गया है, जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण मानवजाति की गतिविधियां हैं. खास तौर से साल 2006 के बाद से गंभीर बदलाव देखे गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार बढ़ते तापमान से दुनिया भर में मौसम से जुड़ी भयंकर आपदाएं आएंगी. दुनिया पहले ही, बर्फ की चादरों के पिघलने, समुद्र के बढ़ते स्तर और बढ़ते अम्लीकरण में अपरिवर्तनीय बदलाव झेल रही है. इस रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र के इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) ने तैयार किया है.
बीआरओ ने रचा इतिहास, पूर्वी लद्दाख में किया दुनिया के सबसे ऊंचे स्थान पर सड़क का निर्माण
सड़क निर्माण करने वाली इस एजेंसी ने इस हफ्ते की शुरुआत में यह उपलब्धि हासिल की है. बीआरओ को भारत की उत्तरी सीमाओं के साथ सबसे दुर्गम इलाकों में सड़कें बनाने में विशेषज्ञता हासिल है. इस सड़क का निर्माण कर बीआरओ ने ऊँचाई पर स्थित सड़कों के निर्माण में कीर्तिमान स्थापित किया है.
दुनिया की सबसे ऊंची सड़क जिस पर मोटर वाहन चलाए जा सकते हैं, अब पूर्वी लद्दाख में उमलिंग ला दर्रे पर 19,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस ऊंचे पहाड़ी दर्रे से होते हुए बीआरओ ने 52 किलोमीटर लंबी पक्की सड़क बनाई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को करेंगे उज्ज्वला योजना का उद्घाटन, जानें सबकुछ
प्रधानमंत्री मोदी उज्जवला योजना के लाभार्थियों से बात भी करेंगे. उज्जवला 2.0 में लाभार्थियों को बिना किसी डिपॉजिट फीस के LPG कनेक्शन मिलेगा. उज्ज्वला 2.0 में LPG कनेक्शन के अलावा पहले सिलेंडर की रीफिलिंग भी फ्री होगी. इसके अलावा गैस चूल्हा भी मुफ्त में दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को लॉन्च किया था. इस योजना के तहत पांच करोड़ गरीब परिवार की महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य रखा गया था. इसके बाद साल 2018 में इस योजना को आगे बढ़ाते हुए सात और कैटेगरी की महिलाओं को इसका लाभ देना शुरू किया गया था.
कोविशील्ड और कोवैक्सिन के बारे में ICMR ने दिया बड़ा बयान, यहां पढ़ें सब कुछ
डेनमार्क के स्टेट सीरम इंस्टीट्यूट ने पहले यह कहा था कि, एस्ट्राजेनेका कोविड -19 वैक्सीन को mRNA वैक्सीन की दूसरी खुराक के साथ या तो, मॉडर्ना या फाइजर-बायोएनटेक के टीके के संयोजन से 'अच्छी सुरक्षा' मिलती है.
यह अध्ययन उत्तर प्रदेश में उन व्यक्तियों पर किया गया था, जिन्होंने पहली खुराक के तौर पर कोविशील्ड टीका लगवाया था. इसके बाद इन लोगों ने अनजाने में ही कोवैक्सिन टीके की दूसरी खुराक छह सप्ताह के अंतराल पर लगवाई थी.
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