टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 05 अक्टूबर 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन का नया आकर्षण बनी अटल सुरंग, जानिए क्या है इस सुरंग की खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग का 03 अक्टूबर 2020 को सुबह हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में उद्घाटन किया था. इस अटल सुरंग के खुल जाने की वजह से मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो गई. पहले घाटी छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी.
मनाली से लेह को जोड़ने वाली अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी हाइवे टनल है. इस सुरंग में हर 60 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. सुरंग के अंदर हर 500 मीटर की दूरी पर आपातकालीन निकास भी बनाए गए हैं. सुरंग के अंदर फायर हाइड्रेंट भी लगाए गए हैं जिससे किसी प्रकार की अनहोनी में इसका इस्तेमाल किया जा सके.
Indian Army ने गलवान झड़प में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में लद्दाख में बनाया स्मारक
यह स्मारक पूर्वी लद्दाख के पोस्ट 120 में स्थित है. इस युद्ध मेमोरियल में उन सभी जवानों के नाम लिखे गए हैं, जो 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हो गए थे. इस स्मारक पर थल सेना के सभी 20 शहीद कर्मियों के नाम लिखे गए हैं. स्मारक पर 20 सैन्य कर्मियों की सूची में तीन नायब सूबेदार, तीन हवलदार और 12 सिपाही शामिल हैं.
रक्षा मंत्रालय ने कर्नल बाबू और अन्य सैनिकों के नाम दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर भी उकेरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. गलवान झड़प के बाद चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों देशों के बीच पैदा हुआ गतिरोध अब भी कायम है. हालांकि, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक एवं सैन्य वार्ता हुई है.
World Teachers Day 2020: जाने कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है विश्व शिक्षक दिवस
यह दिवस दुनिया में शिक्षकों की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से मनाया जाता है. यूनेस्को और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन के बीच वर्ष 1966 में हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया था. विश्व शिक्षक दिवस न केवल शिक्षकों के लिए बल्कि छात्रों के लिए भी एक विशेष दिन है.
यूनेस्को और अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा साल 1966 में शिक्षकों के अधिकारों, जिम्मेदारियों, रोजगार और आगे की शिक्षा के साथ सभी गाइडलाइन बनाने की बात कही गई थी. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों को जानने तथा उससे जुड़ी समस्याओं को पहचानने हेतु साल 2030 का लक्ष्य रखा है.
वर्ष 2025 में इसरो अपना शुक्र मिशन करेगा लांच, फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी बनेगी सहभागी
इसरो के अध्यक्ष, के सिवन और CNES के अध्यक्ष, जीन-यवेस ले गैल ने बातचीत की और अंतरिक्ष में भारत और फ्रांस के बीच सहयोग से संचालित होने वाले क्षेत्रों की भी समीक्षा की. मार्स ऑर्बिटर मिशन (मंगलयान) और मून मिशन चंद्रयान -1 और 2 के बाद, अब इसरो ने अपने अंतर-ग्रहीय मिशन को अंजाम देने के लिए शुक्र पर अपनी निगाहें जमा दी हैं.
इसरो के मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान परियोजना’ पर भी भारत और फ्रांस एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इसका लक्ष्य वर्ष 2022 तक तीन भारतीयों को अंतरिक्ष में भेजना है. सितंबर, 2018 से ISRO और CNRES ने मानव अंतरिक्ष यान के क्षेत्र में सहयोग पर केंद्रित एक कार्य समूह भी बनाया है.
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