टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 08 अप्रैल 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से भारतीय रेलवे और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
यूपी सरकार का बड़ा फैसला, नोएडा और लखनऊ समेत 15 जिले पूरी तरह सील
यूपी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के 15 जिलों को सील कर दिया है. इन 15 जिलों में लखनऊ के साथ वे सभी जिले शामिल हैं जहां लगातार जमातियों या उनके संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. यूपी सरकार ने यह निर्णय 13 अप्रैल तक लिया है. वे उसके बाद इस निर्णय की फिर से समीक्षा करेगी. यह आदेश आज (8 अप्रैल 2020) रात 12 बजे से लागू होगा.
योगी सरकार ने यह निर्णय राज्य में बढ़ते कोरोना केसों को कम करने के लिए किया जाएगा. सरकार ने 13 अप्रैल 2020 तक इन जिलों को पूरी तरह से सील कर दिया है. इन जिलों में वही लोग घर से बाहर निकल सकते हैं जिनके पास कर्फ्यू पास होगा.
राजस्थान का भीलवाड़ा मॉडल कोरोना वायरस से निपटने हेतु देश के सामने एक उदाहरण साबित हो सकता है. भीलवाड़ा में जब पहली बार कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आए तो ऐसा लगा कि जैसे भीलवाड़ा भारत का दूसरा इटली बनने जा रहा है. हालांकि, राजस्थान सरकार ने तुरंत एक्शन लिया और पूरे शहर में कर्फ्यू लगाकर बॉर्डर सील कर दिया.
भीलवाड़ा में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने पर जोर दिया गया. इन सबके चलते भीलवाड़ा में कोरोना वायरस के मामले आगे नहीं बढ़े. भीलवाड़ा में कई संक्रमित मरीज ठीक हो गए. भीलवाड़ा में पिछले 17 दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है.
कोविड -19 के खिलाफ जंग में भारत की मदद करेगा अमेरिका
अमेरिकी दूतावास के अनुसार, यह घोषित सहायता राशि पिछले 20 वर्षों में भारत को अमेरिका द्वारा प्रदान की की गई निरंतर सहायता के आधार पर निर्धारित की गई है. अमरीका द्वारा प्रदान किए गए इस फंड से भारत को नोवल कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने में मदद मिलेगी.
विश्व के इन 64 देशों के अलावा, अमेरिका ने आसियान देशों को लगभग 18.3 मिलियन डॉलर का सहायता पैकेज भी प्रदान किया है. स्वास्थ्य और मानवीय प्रतिक्रिया का विश्व प्रमुख होने के नाते, यह घोषित सहायता राशि व्यापक महामारी से लड़ने के लिए है.
भारतीय रेलवे ने तैयार किया किफायती वेंटिलेटर ‘जीवन’, जानें इसके बारे में सबकुछ
इस सस्ते वेंटिलेटर को कपूरथला रेल डिब्बा कारखाना ने तैयार किया है. इसका नाम ‘जीवन' रखा गया है. इस वेंटिलेटर का अभी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि आईसीएमआर से इसे मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है. ब्रूकिंग्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में जीवनरक्षक वेंटिलेटर की भारी कमी है.
वेंटिलेटर एक ऐसी डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल फेफड़ों में आक्सिजन की सप्लाई करने में किया जाता है. यह कोविड19 के गंभीर मरीजों के लिए काफी अहम है, क्योंकि इस बीमारी के गंभीर होने पर फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं.
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