टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 08 जून 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से ओपन स्काई संधि और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
ओपन स्काइज संधि से रूस बाहर, जानें क्या है मामला
अमेरिका इस संधि से पहले ही अलग हो चुका है. उल्लेखनीय है कि 16 जून को जिनेवा में पुतिन और बाइडन के बीच शिखर वार्ता होनी है. इससे पहले रूस ने उम्मीद जताई थी कि पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इस महीने जेनेवा में होने वाली अपनी बैठक के दौरान इस समझौते पर बातचीत कर सकते हैं.
ओपन स्काई संधि का मकसद सदस्य देशों की सेना और उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी एकत्र करने और सदस्य देशों के मिलिट्री इलाकों में टोही उड़ानों का संचालन करने की अनुमति देकर रूस और पश्चिमी देशों के बीच विश्वास का निर्माण करना था. साल 1992 में की गई इस संधि में तीन दर्जन से अधिक देश शामिल हैं.
विश्व महासागर दिवस 2021: जानें इस दिवस का इतिहास और महत्व
महासागर हमारी पृथ्वी पर न सिर्फ जीवन का प्रतीक है बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी प्रमुख भूमिका अदा करता है. महासागरों में गिरने वाले प्लास्टिक प्रदूषण के वजह से महासागर धीरे-धीरे अपशिष्ट होते जा रहे हैं. इससे समुद्री जीवों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. वे गलती से प्लास्टिक को अपना भोजन समझ लेते हैं जिससे उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है.
विश्व महासागर दिवस मनाने का प्रमुख कारण विश्व में महासागरों के महत्त्व और उनकी वजह से आने वाली चुनौतियों के बारे में विश्व में जागरूकता पैदा करना है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके जीवन में महासागरों के महत्व के बारे में बताना है. पहला विश्व महासागर दिवस 08 जून 2009 को मनाया गया था.
इंडोनेशिया में मेरापी ज्वालामुखी फटा 04 बार
इंडोनेशियाई अधिकारियों ने भी नागरिकों से मेरापी की चोटी के 03 किमी के दायरे के भीतर खतरे के क्षेत्र में न जाने का आग्रह किया था. यहां के लोगों को मेरापी से निकलने वाली नदियों जैसे बोयोंग, कुनिंग, क्रासक, बेडॉग, पुतिह और बेबेंग नदियों से भी बचना चाहिए.
इंडोनेशियाई सरकार ने 20 अक्टूबर, 2010 को मेरापी पर्वत के लिए अलर्ट को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया था. तब सरकार ने ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने की चेतावनी दी थी और इस पहाड़ के 20 किमी क्षेत्र के भीतर रहने वाले लोगों को अपने घर खाली करने के लिए कहा गया था.
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष निर्वाचित
193 सदस्यीय महासभा ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 07 जून को मतदान किया. शाहिद तुर्की के राजनयिक वोल्कान बोज़किर का स्थान लेंगे जो संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष थे. चुनाव में शाहिद के साथ ही अफगानिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री डॉ जलमई रसूल भी उम्मीदवार थे. मालदीव को कुल 143 वोट मिले, वहीं अफगानिस्तान को 48 वोट मिले.
यह एक वार्षिक आधार पद है, जो कि विभिन्न क्षेत्रीय समूहों के बीच स्थानांतरित होता है. 76वें सत्र (2021-22) में एशिया-प्रशांत समूह की बारी है. यह पहली बार है जब मालदीव संयुक्त राष्ट्र महासभा के कार्यालय पर काबिज होगा. महासभा के अध्यक्ष पद के लिए हर साल गुप्त मतदान के जरिए चुनाव किया जाता है और जीत के लिए साधारण बहुमत की आवश्यकता होती है.
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