टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 19 मार्च 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से -निर्भया केस और राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण आदि शामिल हैं.
एपीडा ने लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
केंद्रीय वाणिज्य वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने हाल ही में बताया कि निर्यात तथा बाजार संबंधी गतिविधियों में तालमेल लाने हेतु एपीडा ने लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
एपीडा ऐसे संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए सामूहिक दृष्टिकोण पर ध्यान दे रहा है. यह कृषि और सम्बद्ध क्षेत्रों के विकास और हितधारकों को बेहतर मूल्य उपलब्ध कराने हेतु कृषि निर्यात हेतु परस्पर मिलकर काम कर रहा है.
Nirbhaya Case: निर्भया के दोषियों को कल सुबह 5.30 बजे होगी फांसी
पटियाला हाउस कोर्ट ने 19 मार्च 2020 को दोषियों की याचिका पर फैसला सुनाते हुए फांसी की सजा को बरकरार रखा है. दोषियों को 20 मार्च सुबह 5.30 बजे फांसी दी जाएगी. पटियाला हाउस कोर्ट ने 05 मार्च 2020 को निर्भया केस में चौथी बार डेथ वॉरंट जारी किया था.
दिल्ली सरकार ने याचिका में कहा था कि चारों दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं और अब उनके पास कोई रास्ता नहीं है. पटियाला कोर्ट ने निर्भया केस में चौथी बार डेथ वॉरंट जारी किया है. इससे पहले तीन बार 22 जनवरी, 01 फरवरी और 03 मार्च के लिए डेथ वॉरंट जारी किया गया था, लेकिन फांसी नहीं हो पाई.
चेन्नई में भी अब एनसीएलएटी की पीठ, सरकार ने जारी की अधिसूचना
सरकार ने अपीलीय न्यायाधिकरण की चेन्नई पीठ के गठन को अधिसूचित कर दिया है. अधिसूचना में कहा गया है कि एनसीएलएटी की चेन्नई पीठ कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, लक्षद्वीप और पुडुचेरी के राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के आदेशों के खिलाफ याचिकाओं पर सुनवाई करेगी.
अपीलीय न्यायाधिकरण का गठन कंपनी कानून, 2013 की धारा 410 के तहत एनसीएलटी के आदेशों के खिलाफ अपीलों की सुनवाई के लिये किया गया. यह एक ट्रिब्यूनल है जिसे 01 जून 2016 से नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के आदेशों के खिलाफ अपील सुनने के लिए बनाया गया है.
IHBT के वैज्ञानिकों ने विकसित किया नया सेनिटाइजर, जानें इसकी खूबियां
कोरोना के विरुद्ध निवारक उपाय और बाजार में बेची जा रही कई नकली सामग्रियों की खबरों के बीच सेनिटाइजर जैसे उत्पादों की माँग बढ़ रही है. इस सेनिटाइजर की एक खास बात है कि इस उत्पाद में पेराबेंस, ट्राईक्लोस्म, सिंथेटिक खुशबू एवं थेलेटेस जैसे रसायनों का उपयोग नहीं किया गया है.
इस समझौते के अनुसार आईएचबीटी हैंड-सेनिटाइजर के उत्पादन की अपनी तकनीक इस कंपनी को हस्तांतरित कर रहा है. आईएचबीटी की टीम ने इस हैंड-सैनिटाइजर को बाजार में अचानक मांग के कारण विकसित किया है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation