टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 19 मई 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से फरजाद-बी गैस फील्ड और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
ईरान का फरजाद-बी गैस फील्ड भारत के हाथ से निकला, जानिए क्या है पूरा मामला
ईरान ने इस विशाल गैस फील्ड को डेवलप करने का ठेका देश की एक स्थानीय कंपनी पेट्रोपार्स ग्रुप को दे दिया है. बता दें कि इस गैस फील्ड की खोज भारत की ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने की थी. ईरान ने अब इस गैस फील्ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस गैस फील्ड से अगले पांच साल तक हर रोज 2.8 करोड़ क्यूबिक मीटर गैस निकाली जा सकती है. फरजाद-बी गैस फील्ड की खोज ओएनजीसी विदेश लिमिटेड ने पर्शियन गल्फ यानी फारसी ऑफसोर एक्सप्लोरेशन ब्लॉक में साल 2008 में की थी.
दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, कोरोना से मरने वालों के परिवारों को मिलेगा 50 हजार रुपये मुआवजा
कोरोना की दूसरी लहर देश में आफत बनकर आई है, लेकिन बीते कुछ दिनों से संक्रमण के मामलों में कमी देखी जा रही है. दिल्ली के हालात पर 18 मई 2021 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में दिल्ली सरकार चार बड़े कदम उठाने जा रही है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा दिल्ली में पिछले साल की तरह गरीबों को मुफ्त में राशन दिया जाएगा, बिना राशन कार्ड वालों को भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा दिल्ली में 72,00,000 राशन कार्ड धारकों को इस महीने से राशन मुफ्त में दिया जाएगा उनसे पैसे नहीं लिए जाएंगे.
जानिये क्यों कॉमन क्रेन पक्षी 300 से अधिक वर्षों के बाद लौट आये आयरलैंड
वर्ष, 2020 में एक बहाल (रिस्टोर्ड) पीट बोग पर क्रेन की एक जोड़ी देखी गई थी. यह एक प्रकार की आर्द्रभूमि (वेट लैंड) है जो ज्यादातर उत्तरी अक्षांश में स्थित देशों में पाई जाती है. कथित तौर पर, यह पक्षी आयरलैंड के मिडलैंड्स क्षेत्र में देखे गये हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा के लिए ही इनके सटीक स्थान को गुप्त रखा गया है.
कॉमन क्रेन (सामान्य सारस) आमतौर पर आयरलैंड में सर्दियों के दौरान देखी जाती है, हालांकि प्रजनन के मौसम के दौरान इसे नहीं देखा जाता है. वर्ष, 2020 में 300 से अधिक वर्षों के बाद, यह पहली बार था कि प्रजनन के मौसम के दौरान आयरलैंड में कॉमन क्रेन को घोंसला बनाते हुए देखा गया था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चमन लाल गुप्ता का निधन
चमन लाल गुप्ता का जन्म 13 अप्रैल 1934 को जम्मू में हुआ था. पिछले कुछ वर्षों से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था और वह कई रोगों से ग्रस्त थे. उन्होंने जीएम साइंस कॉलेज जम्मू और इलाहाबाद विश्वविद्यालय (यूपी) से एमएससी पूरा किया था. उन्होंने छात्र राजनीति से राजनीतिक करियर की शुरुआत की.
वे जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रधान भी रहे. उन्होंने हिंदी में तीन किताबें भी लिखीं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी और कहा कि लोगों के कल्याण को लेकर उनके अपार योगदान हेतु उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
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