टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 26 अगस्त 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से प्रशांत भूषण और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना केस में फैसला सुरक्षित: सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने विवादित ट्वीट्स को लेकर अवमानना के दोषी ठहराए गए प्रशांत भूषण की सज़ा के बारे में अपना फ़ैसला सुरक्षित रख लिया है. प्रशांत भूषण ने अपने दो ट्वीट्स में सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश पर टिप्पणी की थी जिसके लिए अदालत ने 14 अगस्त को उन्हें अवमानना का दोषी ठहराया था.
प्रशांत भूषण को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे और चार पूर्व मुख्य न्यायाधीशों के बारे में किए गए दो ट्वीट्स के लिए अवमानना का दोषी माना है. कोर्ट ने जून में प्रशांत भूषण की ओर से मुख्य न्यायाधीश के बारे मे किए गए दो ट्वीट पर अवमानना का स्वत: संज्ञान लिया था.
हनी मिशन कार्यक्रम के तहत प्रवासी श्रमिकों को मिल रहा रोजगार
इस मिशन के तहत आजीविका का अवसर प्रदान करने के लिए, MSME राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने 25 अगस्त, 2020 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और सहारनपुर जिलों के 70 प्रवासी श्रमिकों को 700 मधुमक्खी बक्से वितरित किए हैं. पंजोकेरा में KVIC के प्रशिक्षण केंद्र में मधुमक्खी के बक्से वितरित किए गए.
इस मधुमक्खी पालन की मदद से, प्रवासी श्रमिकों के लिए उनके दरवाजे पर रोजगार का सृजन किया जाएगा, जिससे वे प्रवासी श्रमिक आत्मनिर्भर बनेंगे. इस मिशन का उद्देश्य भारत के शहद उत्पादन में वृद्धि करते हुए आदिवासियों, किसानों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को मधुमक्खी पालन में लगाकर करके रोजगार सृजन करना था.
WHO ने अफ्रीका को पोलियो मुक्त घोषित किया
डब्ल्यूएचओ के अफ्रीका रीजन के कार्यालय ने अफ्रीका महाद्वीप को पोलियो मुक्त घोषित किया. डब्ल्यूएचओ ने साल 1988 में वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (जीपीईआई) शुरू की थी. तब से लेकर अब तक लगभग पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म किया जा चुका है. अफ्रीका में आखिरी बार पोलियो का मामला साल 2016 में नाइजीरिया में आया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह दूसरी बार है जब अफ्रीका में किसी वायरस को खत्म किया गया है. चार दशक पहले अफ्रीका में चेचक को पूरी तरह से खत्म किया गया था. डब्लूएचओ ने 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था. पोलियो एक विषाणुजन्य रोग है, जो अधिकांशत: बच्चों को होता है.
आरबीआई ने 20,000 करोड़ रुपये के OMO की घोषणा की
आरबीआई ने कहा है कि बाजार में नकदी की मौजूदा और उभरती हुई परिस्थितियों को देखते हुए रिजर्व बैंक ने मुक्त बाजार परिचालन (OMO) के अंतर्गत 10,000 करोड़ रुपये के दो चरण में कुल 20,000 करोड़ रुपये की सरकारी प्रतिभूतियों की साथ-साथ खरीद-बिक्री का फैसला किया है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि वह तरलता और बाजार स्थितियों पर लगातार नजर बनाए रखेगा और पूंजी बाजार के व्यवस्थित कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए उचित उपाए भी करेगा. सरकारी प्रतिभूतियों की एक ही समय खरीद-बिक्री कार्यक्रम में लंबी परिपक्वता अवधि वाली सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और समान मूल्य वाली लघु-अवधि की प्रतिभूतियां शामिल होंगी.
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