केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन के विकल्प के रूप में मिर्च पाउडर आधारित ग्रेनेड (पावा शैल्स) के इस्तेमाल को मंजूरी दी गयी. पैलेट गन का प्रयोग विषम से विषम परिस्थिति का सामना होने पर किया जायेगा.
पेलार्गोनिक एसिड वेनिलाइल एमाइड (पावा) को नॉनिवेमाइड भी कहा जाता है. यह पावा शैल्स ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ की टियर स्मोक यूनिट (टीएसयू) में तैयार किये गये हैं.
बीएसएफ की टेकनपुर स्थित टियर स्मोक यूनिट देश में सुरक्षा बलों और आर्मी के लिए आंसू गैस के गोले तैयार करती है. आंसू गैस के इन गोलों के जरिए उपद्रवियों पर काबू पाया जाता है.
पृष्ठभूमि
जुलाई 2016 में गृह मंत्री ने टीवीएसएन प्रसाद की अध्यक्षता में सात सदसीय समिति का गठन किया था जिसका उद्देश्य पैलेट गनों का विकल्प उपलब्ध कराना था. समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए पावा शेल्स को विकल्प बताया था. गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में 8 जुलाई 2016 को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के पश्चात् व्यापक पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन चल रहे थे.
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