DigiSaksham: केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने 30 सितंबर, 2021 को माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से डिजी सक्षम लॉन्च किया. यह एक डिजिटल कौशल कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य डिजिटल कौशल प्रदान करके युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के साथ यह संयुक्त पहल ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों का विस्तार है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने डिजी सक्षम के शुभारंभ पर बोलते हुए कहा कि तेजी से विकसित प्रौद्योगिकी उन्नयन, रीस्किलिंग, निरंतर कौशल और अप-स्किलिंग बहुत जरूरी है.
इस पहल का उद्देश्य
डिजी सक्षम पहल के माध्यम से, पहले वर्ष में 3 लाख से अधिक युवाओं को बुनियादी कौशल के साथ-साथ अग्रिम कंप्यूटिंग सहित डिजिटल कौशल में मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. यह पहल वंचित समुदायों से संबंधित अर्ध शहरी क्षेत्रों के नौकरी चाहने वालों को प्राथमिकता देती है. इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने कोविड -19 महामारी के कारण अपनी नौकरी गंवा दी है.
The job market today is highly competitive and employers are looking for employability skills along with subject matter expertise. Launched DigiSaksham, which will address the digital skilling needs of more than 97 lakh active job-seekers registered on the NCS portal. pic.twitter.com/zdSh1mDMuj
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) September 30, 2021
डिजी सक्षम की मुख्य विशेषताएं
• नौकरी की तालाश करने वाले राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं.
• डिजी सक्षम पहल के तहत मूल रूप से तीन तरह के प्रशिक्षण प्रदान किए जायेंगे. डिजिटल कौशल- अपनी गति से सीखने, वीआईएलटी मोड प्रशिक्षण (वर्चुअल इंस्ट्रक्टर के नेतृत्व में) और आईएलटी मोड प्रशिक्षण.
• पहल के तहत आईएलटी, जो व्यक्तिगत रूप से प्रशिक्षण है, देश भर में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए मॉडल कैरियर केंद्रों • (एमसीसी) और राष्ट्रीय कैरियर सेवा केंद्रों (एनसीएससी) में आयोजित किया जाएगा.
• डिजी सक्षम को आगा खान रूरल सपोर्ट प्रोग्राम इंडिया (एकेआरएसपी-I) द्वारा क्षेत्र में लागू किया जाएगा.
देश के युवाओं के लिए कैसे अहम होगी?
इस पहल के माध्यम से, राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल पर पंजीकृत नौकरी की तालाश करने वाले लगभग एक करोड़ सक्रिय लोगों को जावा स्क्रिप्ट, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, एडवांस एक्सेल, पावर बीआई, एचटीएमएल, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फंडामेंटल, कोडिंग का परिचयआदि में डिजिटल अर्थव्यवस्था में आवश्यक कौशल से लैस करने जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करने में सक्षम किया जाएगा.
डिजी सक्षम पहल के पहले वर्ष में 300,000 से अधिक युवाओं को तकनीकी कौशल से लैस किया जाएगा और नौकरी चाहने वाले माइक्रोसॉफ्ट सीखने के संसाधनों जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डेटा एनालिटिक्स, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फंडामेंटल्स और नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) पोर्टल पर उन्नत डिजिटल उत्पादकता तक पहुँच सकते हैं.
राष्ट्रीय रोजगार सेवा (एनसीएस): एक नजर में
श्रम और रोजगार मंत्रालय, राष्ट्रीय रोजगार सेवा (एनसीएस) परियोजना को मिशन मोड परियोजना के रूप में लागू कर रहा है ताकि रोजगार से संबंधित विभिन्न सेवाएं जैसे नौकरी उपलब्ध कराना, करियर परामर्श, व्यावसायिक मार्गदर्शन और कौशल विकास पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, इंटर्नशिप आदि के बारे में जानकारी प्रदान की जा सके.
एनसीएस के तहत सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं जो 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गई थी. पोर्टल में उपलब्ध सभी सेवाएं नौकरी चाहने वालों, नियोक्ताओं सहित सभी हितधारकों, प्रशिक्षण प्रदाता और प्लेसमेंट संगठन के लिए मुफ्त हैं. एनसीएस पोर्टलों को सीधे या कैरियर केंद्रों (रोजगार एक्सचेंजों), सामान्य सेवा केंद्रों, डाकघरों, मोबाइल उपकरणों, साइबर कैफे आदि से प्राप्त किया जा सकता है.
कैरियर सूचना के अंतर्गत व्यवसायों के राष्ट्रीय वर्गीकरण 2015 के आधार पर 3600 से अधिक व्यवसायों पर व्यावसायिक जानकारी भी उपलब्ध है. भारत सरकार ने मॉडल कैरियर केंद्र स्थापित करने के लिए राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान की है. एनसीएस पोर्टल ने करियर और रोजगार संबंधी सेवाओं के वितरण के लिए संस्थानों तथा संगठनों की भागीदारी के लिए एक खुली संरचना भी प्रदान की.
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