उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 08 सितंबर 2021 को पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि राज्यपाल ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दिया है. उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने व्यक्तिगत कारणों के चलते इस्तीफा दिया है.
बेबी रानी मौर्य दो दिन पहले नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलीं थीं. बेबी रानी के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उनको यूपी में बीजेपी कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. इस इस्तीफे के साथ ही राज्य का आठवें राज्यपाल को लेकर इंतजार बढ़ गया है.
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं. कयास ये भी हैं कि उत्तर प्रदेश की सियासत में वह सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं. भाजपा चुनाव के मद्देनजर उन्हें नई जिम्मेदारी सौंप सकती है.
बेबी रानी मौर्य के बारे में
बेबी रानी मौर्य ने 26 अगस्त 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल पद की शपथ ली थी. उन्होंने तत्कालीन राज्यपाल केके पॉल की जगह ली थी. वे इससे पहले उत्तर प्रदेश के आगरा में मेयर भी रही हैं. दलित नेता बेबी रानी मौर्य 2007 में यूपी विधानसभा चुनाव में एतमादपुर सीट से लड़ी थीं और जीत भी दर्ज की थी.
रानी मौर्य उत्तराखंड की दूसरी महिला गवर्नर थीं. इससे पहले, मार्गरेट अल्वा अगस्त 2009 से मई 2012 तक उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. मौर्य का जन्म 15 अगस्त 1956 को हुआ था.
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव
बता दें कि अगले साल उत्तराखंड, यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसी कड़ी में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के लिए अपने प्रभारियों और सह प्रभारियों के नाम का ऐलान कर दिया. धर्मेंद्र प्रधान (यूपी), प्रल्हाद जोशी (उत्तराखंड), गजेंद्र सिंह शेखावत (पंजाब), भूपेंद्र यादव (मणिपुर), देवेंद्र फडनवीस (गोवा) को प्रभारी बनाया गया है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने क्षेत्र के हिसाब से भी प्रभारियों की नियुक्ति की है.
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