वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर दोनों ने भारत में अपने दूरसंचार टावर कारोबार को कुल 7,850 करोड़ रुपए में एटीसी टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को बेचने का निर्णय किया. आइडिया और वोडाफोन दोनों ही पहले से आपस में विलय की तैयारी में हैं.
दोनों कंपनियों द्वारा शेयर बाजारों को एक संयुक्त बयान जारी किया. बयान के अनुसार आइडिया सेल्युलर, आइडिया सेल्युलर इन्फ्रास्ट्रक्चर र्सिवसेज लिमिटेड (आई.सी.आई.एस.एल.) में अपने पूरी हिस्सेदारी जबकि वोडाफोन अपना ‘एक व्यावसायिक उपक्रम’ एटीसी टेलीकाम इन्फ्रा को बेचेगी.
वोडाफोन और आइडिया के प्रस्तावित विलय से पहले इनके अपने अलग- अलग टावर व्यवसायों की बिक्री पूरा होने पर वोडाफोन इंडिया को 3,850 करोड़ रुपए और आइडिया को 4,000 करोड़ रुपए मिलेंगे. वोडाफोन और आइडिया दोनों के पास इस प्रकार के कुल मिला कर 20,000 दूरसंचार टावर हैं.
तीनों कंपनियों के मध्य वर्ष 2018 की पहली छमाही तक यह समझौता पूरा होने का अनुमान है. दोनों के पास इस प्रकार के कुल मिला कर 20,000 दूरसंचार टावर हैं. टावर कारोबार के सौदों का दोनों के विलय की शर्तों पर कोई असर नहीं होगा. इस साल के शुरुआत में, वोडाफोन इंडिया और आइडिया ने 23 अरब डॉलर से अधिक के विलय करार की घोषणा की थी. इस विलय के बाद बनने वाली कम्पनी देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवा कंपनी बनकर उभरेगी.
एटीसी टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर-
दुनिया भर में लगभग 1,50,000 संचार स्थलों को संचालित करने वाली एटीसी को इस खरीद से एक ही देश में एक अरब मोबाइल फोन ग्राहकों के साथ अतिरिक्त 20,000 टावर मिलेंगे.
आइडिया सेल्युलर को 1,106 करोड़ का घाटा-
दूरसंचार कंपनी आइडिया सेल्युलर का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटा 1,106 करोड़ रुपए रहा. पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 91.5 करोड़ रुपए था.
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